जयपुर

एसएमएस टाउन हॉल में रुक नहीं रही चोरियां, सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर का संग्रहालय बनाने की तैयारी में

पूर्व में भारी मात्रा में एसी और एंटीक झूमर के सामानों की हुई थी चोरी, अब चोर बोरिंग का केबल काट ले गए चोर

जयपुर। मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि जयपुर के जलेब चौक स्थित एसएमएस टाउन हॉल, पुराने विधानसभा भवन में बनने वाला ‘राजस्थान हेरिटेज संग्रहालय’ पूरे राजस्थान की कला व संस्कृति को प्रस्तुत करने वाला और अंतरराष्ट्रीय स्तर का होना चाहिए। मुख्य सचिव मंगलवार को शासन सचिवालय में कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग द्वारा एसएमएस टाउन हॉल में बनने वाले संग्रहालय के संदर्भ में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं।

एक ओर तो सरकार टाउन हॉल को अंतराष्ट्र्रीय स्तर का संग्रहालय बनाना चाहती है, वहीं दूसरी ओर इस इमारत में चारियां रुकने का नाम नहीं ले रही है। करीब एक वर्ष पूर्व टाउन हॉल से बड़ी मात्रा में एसी चोरी हो गए थे। चोर एसी के तांबे के पाइप भी चुरा ले गए थे। इस इमारत के जिस हॉल में पूर्व में विधानसभा चलती थी, उस हॉल में लगे एंटीक झूमर को भी चोरों ने नुकसान पहुंचाया था।

अब दो महीने पूर्व चोर सिरह डï्योढ़ी दरवाजे के अंदर बने सुलभ शौचालय के पास आमेर विकास एवं प्रबंधन प्राधिकरण (एडमा) के बोरिंग से टाउन हॉल में जा रही बिजली की 25 मीटर केबल को काट ले गए। टाउन हॉल से एसी चोरी होने के बाद एडमा ने टाउन हॉल के ऊपर चौक में करीब चार प्राइवेट रिक्योरिटी गार्ड सुरक्षा के लिए लगाए थे, लेकिन चोरों ने हॉल से करीब 40 फीट नीचे केबल की चोरी कर डाली। कहा जा रहा है कि शुरूआत में केबल चोरी का दोष हॉल के गार्डों पर डाला गया और उनका अब तक का वेतन रुका हुआ है। जिस जगह केबल चोरी हुई, वहां सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है। हालांकि पुलिस ने केबल चोरों को पकड़ लिया है, इसके बावजूद गार्डों का वेतन नहीं दिया जा रहा। एडमा में प्राईवेट गार्ड उपलब्ध कराने वाली कंपनी रक्षक प्राईवेट सिक्योरिटी लिमिटेड के कर्ता-धर्ताओं का कहना है कि गार्डों का वेतन एडमा से पैसा नहीं मिलने के कारण रुका था। एडमा से पैसा मिलेगा, तभी तो गार्डों को भुगतान किया जाएगा।

आधुनिक तकनीकों से लैस होग संग्रहालय
शर्मा ने कहा कि संग्रहालय में जयपुर और राजस्थान की कला एवं संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की आधुनिक तकनीक, ऑगमेंटेड रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी का उपयोग किया जाना चाहिए। आधुनिक समय में बन रहा यह संग्रहालय आधुनिकतम तकनीकों से लैस हो लेकिन राजस्थान के प्रत्येक क्षेत्र की क्षेत्रीयता, चित्रकला, स्कल्पचर, स्मारकों, कला, संस्कृति, रहन-सहन, खानपान आदि की विशेषताओं को समाहित करने वाला भी होना चाहिए। संग्रहालय की प्रत्येक गैलेरी थीम आधारित और पर्यटकों को वास्तविकता का अनुभव प्रदान करने वाली होनी चाहिए।

बैठक में संग्रहालय में बनने वाले प्रत्येक तल और उसके वर्चुअल स्वरूप का पावर पॉइंट के माध्यम से प्रस्तुतीकरण दिया गया। उल्लेखनीय है कि एसएमएस टाउन हॉल में संग्रहालय बनाने का कार्य पूर्व में आमेर डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट आथॉरिटी द्वारा किया जा रहा है। बैठक में कला, साहित्य संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्राी राठौड़ तथा पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के निदेशक डॉ महेंद्र खडगावत उपस्थित थे।

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