जयपुर

जयपुर में बढ़ रहा बघेरों का कुनबा, मादा लैपर्ड के साथ तीन बच्चे दिखाई दिए

जयपुर। राजधानी में बघेरों का कुनबा लगातार बढऩे लगा है। हाल ही में यहां के गलता वन क्षेत्र में एक मादा बघेरे के साथ उसके तीन नवजात बच्चे दिखाई दिए हैं। बघेरे के कुनबे में बढ़ोतरी का पता चलने के बाद वन क्षेत्र के अधिकारियों और कर्मचारियों में खुशी की लहर है।

झालाना वन क्षेत्र के रेंजर जनेश्वर चौधरी ने बताया कि गलता वन क्षेत्र में वन विभाग की ओर से वन्यजीव संरक्षण संबंधित कार्य जैसे वॉटर प्वाइंट, तलाई निर्माण, बोरवेल, सुरक्षा चौकी आदि कार्य कराए जा रहे हैं। इसी दौरान यहां लगाए गए ट्रेप कैमरा में 24 नवंबर को इस मादा बघेरे और उसके बच्चों की तस्वीरें कैद हुई, तो वन क्षेत्र में आए नए मेहमानों का पता चला। चौधरी ने बताया कि बघेरे के तीन नए बच्चे दिखना इस क्षेत्र के लिए अच्छे संकेत हैं। बच्चों के दिखने के बाद इस क्षेत्र में मॉनिटरिंग बढ़ा दी गई है।

3 प्रवासी पक्षी एवं 2 कौओं के मरने की सूचना
प्रदेश में पक्षियों की मृत्यु दर में कमी आई है। जयपुर जिले के सांभर क्षेत्र में गुरुवार को 2 कौओं और पाली जिले में 3 प्रवासी पक्षियों के मरने की सूचना प्राप्त हुई है। पशुपालन विभाग की शासन सचिव डॉ. आरूषी मलिक ने बताया कि प्रवासी पक्षी कुरजां एवं कौओं की मौत के सम्बन्ध में अब तक 14 सैम्पल जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल भिजवाए गए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सक दलों की ओर से सतत निगरानी रखी जा रही है। डॉ. मलिक ने मुर्गीपालकों से अपील करते हुए कहा कि वे पक्षियों के बाड़े की साफ-सफाई रखें एवं अपने घरों की छतों या आसपास मृत पक्षी दिखाई देने पर विभाग को सूचित कराएं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल भिजवाये गए सैंपल की रिपोर्ट के अनुसार जयपुर में मृत पाए गए 3 कौओं में एच5एन1 एवियन इनफ्लूएंजा वायरस होना पाया गया था।

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