कोरोनाजयपुर

राजस्थान (Rajasthan) में 6 करोड़ 10 लाख (6.10 crore) से ज्यादा लोगों का हुआ टीकाकरण (Vaccination)

देश ने गुरुवार, 21 अक्टूबर को 100 करोड़ टीकाकरण (Vaccination) का लक्ष्य अर्जित कर लिया है। इसी के साथ राजस्थान (6.10 crore)में भी 6 करोड़ 10 लाख (6.10 crore) से ज्यादा लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश के 6 करोड़ 10 लाख 93 हजार 738 लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है।

इनमें 4 करोड़ 21 लाख 52 हजार 775 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज व एक करोड़ 89 लाख 40 हजार 963 लोगों को दोनों डोज लगाई जा चुकी है। लक्षित समूह के शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन के लिए वैक्सीनेशन ड्राइव को और अधिक गति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि 17 वर्ष के कम उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन के लिए विभाग पूरी तरह तैयार है।

शर्मा ने कहा कि हाल ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी वीसी के माध्यम से चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को वैक्सीनेशन ड्राइव तेज करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश कोरोना प्रबंधन के बाद वैक्सीनेशन में भी देश भर में अव्वल है। हमारा प्रयास रहेगा कि वैक्सीनेशन समयबद्ध हो गति से हो ताकि हम लक्षित समूह को आसानी से कवर कर सकें।

17 वर्ष से कम आयु के वैक्सीनेशन के लिए प्रदेश तैयार
शर्मा ने कहा कि प्रदेश में 17 वर्ष तक के बच्चों का लक्षित समूह करीब एक करोड़ 10 लाख है। इनके वैक्सीनेशन की भी पूरी तैयारी है। विभाग के पास पर्याप्त भंडारण, कोल्ड चेन तथा प्रशिक्षित मेनपावर है। वैक्सीनेशन के आते ही लोगों को जागरुक करने के लिए आईईसी गतिविधियां चलाई जाएंगी व प्रचार-प्रसार किया जाएगा, ताकि उन्हें लगे कि वैक्सीन से पूर्णतया बच्चे सुरक्षित रह सकेंगे। बच्चों का टीकाकरण सामान्य प्रक्रिया है। बच्चों के जन्म से ही उनका टीकाकरण किया जाता है। बच्चों के वैक्सीनेशन डोज मिलते ही प्रदेश में प्रभावी तरीके से टीकाकरण करवाया जाएगा।

मौसमी बीमारी व तीसरी लहर से बचाव हैं पूरे इंतजामात
शर्मा ने कहा कि मौसमी बीमारियों और कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए प्रदेश के सभी चिकित्सा संस्थानों के आधारभूत ढांचे को मजबूत किया जा रहा है। प्रदेश की चयनित 332 सामुदायिक केंद्रों को विकसित किया जा रहा है। यहां 1600 से ज्यादा बैड बनाए जा रहे हैं और इनमें से 212 सामुदायिक केंद्रों पर ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगेंगे। प्रदेश के सभी बच्चों के अस्पतालों के आईसीयू, नीकू, पीकू और एसएनसीयू के बेड्स में बढ़ोतरी की जा रही है। सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए राजस्थान सतर्क और सजग है।

545 में से 280 ऑक्सीजन प्लांट्स हुए प्रारंभ
शर्मा ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में प्रदेश को सर्वाधिक परेशानी मेडिकल ऑक्सीजन से हुई थी। इस मामले में प्रदेश अब आत्मनिर्भरता की ओर है। राज्य में 545 ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट्स स्वीकृत है, जिनमें से 280 लग चुके हैं और शेष भी प्रदेश भर में जल्द ही स्थापित किए जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि 47 हजार से ज्यादा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की भी आपूर्ति हो चुकी है। इनसे 1 हजार लीटर मेट्रिक टन मेडिकल लिक्विड ऑक्सीजन उपलब्ध होने लगेगी।

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