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आंजना के करीबी रिश्तेदार बने जिला फुटबाल संघ के अध्यक्ष

जयपुर। चित्तौड़गढ़ जिला फुटबाल संघ के चुनावों में सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के करीबी रिश्तेदार ओर व्यवसायी पूरण आंजना अध्यक्ष और सचिव पद पर फैसल खान निर्विरोध निर्वाचित हुए। चित्तौड़गढ़ जिला फुटबाल संघ के चुनाव कराने के लिए गठित की गई तदर्थ समिति द्बारा चुनाव संपन्न करवाए गए। 11 सदस्यीय कार्यकारिणी का गठन किया है। जिला फुटबाल संघ में कथित विवाद होने के बाद गत तीन जुलाई को उप रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां द्बारा पांच सदस्यीय तदर्थ समिति का गठन किया गया था और तीन माह के भीतर जिला फुटबाल संघ की प्रबंध कार्यकारिणी का निर्वाचन कराने के आदेश दिए थे।

इसके बाद पांच सदस्यीय तदर्थ समिति ने बिना आमसभा के पहले से जिला फुटबाल संघ के मौजूद 13 क्लबों को बढ़ाकर 35 सदस्य बना दिए। तदर्थ समिति ने 22 नए फुटबाल संघों का रजिस्ट्रेशन कर दिया और हद यह रही कि इनमें से 21 फुटबाल क्लब केवल निम्बाहेड़ा क्षेत्र के थे, इसके बाद तदर्थ समिति द्बारा नए सदस्यों को शामिल किए जाने पर जिला फुटबाल संघ के क्लब द्बारा आपत्ति प्रस्तुत की गई लेकिन आपत्ति को दरकिनार करते हुए चुनाव सम्पन्न करवा दिए गए।

19 सितम्बर को इलेवन स्टार फुटबाल क्लब द्बारा प्रस्तुत आपत्ति में बताया कि राजस्थान क्रीड़ा अधिनियम 2005 के नियम 9 में क्रीड़ा संगम के सदस्यता के प्रावधान के अनुसार सदस्यों में कोई परिवर्तन, हटाया जाना और परिवर्तन साधारण निकाय की बैठक में किया जा सकता है, किन्तु आपत्ति के बावजूद तदर्थ समिति द्बारा बिना कोई जवाब दिए चुनाव सम्पन्न करवा लिए गए। इस चुनाव में 11 पदों के लिए नवीन कार्यकारिणी का गठन किया गया, जिसमें उपाध्यक्ष जकी अहमद, मोहम्मद कुरेशी और रामकिशन चौधरी बनाए गए जबकि सचिव पद पर फैसल खान, कोषाध्यक्ष शेलेष चौबीसा को निर्वाचित घोषित किया गया है।

प्रदेश प्रतिनिधि की अनुपस्थिति में हुए चुनाव

गत 29 सितम्बर को जिले के निम्बाहेड़ा कस्बे में हुए चुनाव में जहां राजस्थान फुटबाल एसोसिएशन के प्रतिनिधि की बिना उपस्थिति में चुनाव सम्पन्न करवाए गए, वहीं फुटबाल संघ के पंजीकृत सदस्यों का कहना था कि सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के दबाव के चलते गलत तरीके से तदर्थ समिति ने नए पंजीयन किए है। इस संबंध में आपत्ति दिए जाने के बावजूद बिना सुनवाई के चुनाव सम्पन्न हो गए। वहीं चुनाव से पूर्व तदर्थ समिति द्बारा भेजे गए परिपत्र में चुनाव अधिकारी के नाम तक की घोषणा नहीं की गई।

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