जयपुर

रीट (REET) में हुई गड़बड़ियों को लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष (BJP President) पूनिया ने सरकार को घेरा

जयपुर। रीट (REET) परीक्षा पेपर लीक मामले पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष (BJP President) डॉ. सतीश पूनिया ने सरकार को घेरा है। पूनिया ने बयान जारी कर कहा कि कांग्रेस सरकार नकल सरगनाओं को संरक्षण दे रही है, इस बात को शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा ने कई जिलों में शिक्षा विभाग के कर्मचारियों पर कार्रवाई कर साबित कर दिया कि रीट परीक्षा में अनियमितता हुई है।

गहलोत सरकार की नाक के नीचे प्रदेश में संगठित नकल गिरोह पनप रहे हैं, एसआई सहित तमाम परीक्षाओं के पेपर लीक होने से यह साबित हो गया कि गहलोत सरकार प्रदेश के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। किसान और गरीब परिवारों के पढ़ाई कर रहे युवाओं की मेहनत पर भी पानी फेर रही है।

पूनिया ने आरोप लगाया कि गहलोत सरकार के शासन में लंबित भर्तियां पूरी नहीं होने व बार-बार परीक्षाओं के पेपर लीक मामलों से प्रदेश के युवा हताश, निराश और आक्रोशित हैं। कांग्रेस सरकार के झगड़े, अंतरकलह और कुर्सी की लड़ाई में प्रदेश का विकास पूरी तरह ठप पड़ा है।

सरकार आंतरिक रुप से पूरी तरह कमजोर हो चुकी है, जो ना युवाओं के साथ न्याय कर रही और ना किसानों से संपूर्ण कर्जामाफी का वादा पूरा कर रही है। प्रदेश में कानून व्यववस्था की स्थिति बदतर हो चुकी है, जिसमें टोंक जिले के मालपुरा से लेकर अलवर के मेवात क्षेत्र तक बहुसंख्यक हिन्दू आबादी को प्रताड़ित किया जा रहा है, आए दिन हत्या, लूट और जमीनों पर कब्जे के मामले सामने आ रहे हैं।

भाजपा प्रवक्ता ने रीट में हुई धांधली की न्यायिक जांच की मांग उठाई
उधर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने रीट परीक्षा में हुई धांधली की न्यायिक जांच की मांग की है। शर्मा ने कहा कि राजस्थान सरकार इस बात की वाहवाही लूट रही है कि रीट परीक्षा पूरी ईमानदारी के साथ कराने का काम किया है और इस परीक्षा के दौरान कोई पेपर आउट नहीं हुआ है। यदि पेपर आउट नहीं हुआ तो फिर सरकार बताए कि किस कारण से डीईओ, एसडीएम, दो डिप्टी एसपी, जूनियर एकाउंटेंट और पुलिसकर्मी सहित अन्य विभाग के कर्मचारियों को निलंबित किया गया है।

उन्होंने कहा कि राजस्थान की सरकार चाहे कितने भी दावे कर ले लेकिन सरकार रीट परीक्षा को निष्पक्षता से कराने में असफल रही है। रीट का पेपर आउट हुआ है इसलिए हम चाहेंगे कि सरकार पहल करते हुए न्यायिक जांच कराए। न्यायिक जांच में जो भी स्थिति उजागर हो उसे सामने लाई जाए।

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