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राजस्थान (Rajasthan) में मंत्रिमंडल पुनर्गठन (Cabinet reorganization): 5 कैबिनेट मंत्रियों (cabinet ministers) के विभाग (portfolios) बदले 5 के नहीं

राजस्थान (Rajasthan) में अशोक गहलोत मंत्रिमंडल में 15 नये मंत्रियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाने के बाद सोमवार, 22 नवंबर को विभागों (portfolios)के बंटवारे की भी घोषणा हो गयी है। अधिकतर पूर्व मंत्रियों के विभाग उन्हें वापस दिये गये हैं। पांच कैबिनेट मंत्रियों (5 cabinet ministers) के विभाग बरकरार रखे गये हैं और 5 के बदले (changed) गये हैं। स्वयं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आबकारी विभाग छोड़कर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग अपने पास रखा है। उनके पास अब वित्त, कर, गृह और न्याय, कार्मिक, सूचना प्रौद्योगिकी, सामान्य प्रशासन, कैबिनेट सचिवालय, एनआरआई, राजस्थान स्टेट इंवेस्टिगेशन ब्यूरो और सूचना जनसंपर्क विभाग रहेंगे।

बीडी कल्ला को ऊर्जा व पीएचईडी लेकर दिया शिक्षा विभाग

दोपहर बाद जारी मंत्रियों को दिये गये विभागों की सूची के मुताबिक बीडी कल्ला को शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गयी है, पूर्व में यह विभाग गोविंद सिंह डोटासरा के पास था। इसी तरह रघु शर्मा के पास रहा स्वास्थ्य विभाग परसादीलाल मीणा को दिया है। शांति धारीवाल के पास यूडीएच, संसदीय कार्य, सहित उनके सारे विभागों को उनके पास ही रहने दिये गये हैं।

सूची के मुताबिक पांच पुराने 5 कैबिनेट मंत्रियों के साथ राज्य मंत्री कैबिनेट मंत्री बनीं ममता भूपेश और 2 अन्य  राज्य मंत्रियों के विभागों में किसी तरह का फेरबदल नहीं किया गया है। शांति धारीवाल के पास यूडीएच, ससंदीय कार्य, लालचंद कटारिया के पास कृषि, प्रमोद जैन भाया के पास खान गोपालन, उदयलाल आंजना के पास सहकारिता, शाले मोहम्मद के पास अल्वसंख्यक कल्याण विभाग पूर्ववत् रखा गया है। ममता भूपेश के पास महिला बाल विकास विभाग रहेगा। अंतर यह रहा है कि ममता को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। राज्य मंत्री अशोक चांदना के पास खेल, युवा मामले पहले की तरह बने रहेंगे। उन्हें सूचना जनसंपर्क विभाग का भी राज्यमंत्री बनाया गया है। सुभाष गर्ग के पास तकनीकी शिक्षा, आयुर्वेद विभाग के साथ दो नये विभागों का कार्यभार भी सौंपा गया है।

प्रताप सिंह खाचरियावास ले परिवहन लेकर दिया खाद्य विभाग
पुनर्गठित मंत्रिमंडल में पुराने तीन कैबिनेट मंत्रिय़ों के साथ राज्यमंत्री से कैबिनेट मंत्री बने दो मंत्रियों के विभागों में बदलाव किये गये हैं। जारी सूची के मुताबिक बीडी कल्ला से ऊर्जा व जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग लेकर उन्हें शिक्षा विभाग दिया गया है। प्रतापसिंह खाचरियाप्वारस से परिवहन विभाग लेकर खाद्य विभाग विभाग दिया गया है। इसी तरह परसादीलाल मीणा से उद्योग विभाग लेकर उन्हें रघु शर्मा वाला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग दिया है।

राज्य मंत्री से कैबिनेट मंत्री बने टीकाराम जुली से श्रम विभाग लेकर सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग दिया गया है। भजनलाल जाटव को होम गार्ड लेकर सार्वजनिक निर्माण विभाग यानी पीडब्ल्यूडी विभाग दिया गया है। इसी तरह राज्य मंत्रियों में भंवर सिंह भाटी को उच्च शिक्षा की जगह ऊर्जा, जल संसाधन और आईजीएनपी (इंदिरा गांधी नहर परियोजना) विभाग दिया है। उन्हें ऊर्जा विभाग का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है। सुखराम बिश्नोई को वन विभाग के स्थान पर श्रम और राजस्व विभाग दिया है। दलित वर्ग से ताल्लुक रखने वाले मंत्री टीका राम जुली को सामाजिक न्याय विभाग व अधिकारिता विभाग दिया गया है। यह विभाग पूर्व मे स्वर्गीय मास्टर भंवरलाल के पास था।

छह विधायकों को बनाया सलाहकार, संसदीय सचिवों की घोषणा जल्द होगी

गहलोत सरकार में मंत्री बनने को लेकर दावेदारी कर रहे छह विधायक मुख्यमंत्री के सलाहकार बनाये गये हैं। इनमें तीन निर्दलीय और तीन कांग्रेस विधायक हैं। सभी को मंत्री पद का दर्जा दिया जायेगा। जिन्हें सलाहकार बनाया गया है, उनमें डॉ. जितेंद्र सिंह, राजकुमार शर्मा, दानिश अबरार कांग्रेस से विधायक हैं। इसी तरह संयम लोढ़ा बाबूलाल नागर, रामकेश मीणा निर्दलीय विधायक हैं। अब संभावना है कि मुख्यमंत्री के सलाहकार नियुक्त होने के बाद करीब 15 विधायकों को संसदीय सचिव बनाने की घोषणा की जा सकती है।

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