मेलबर्न। इस बात में कोई संदेह नहीं कि भारतीय टीम बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट मैच में पिछड़ रही थी और हार को टालने के लिए संघर्ष कर रही थी। इस संघर्ष में दुखद पहलू यह था कि ऑस्ट्रेलियाई टीम अपायर सहित 12 खिलाड़ियों के साथ खेल रही थी। खिलाड़ियों की खराब बैटिंग के साथ यह भी भारतीय टीम की हार का एक प्रमुख कारण बना। स्पष्ट दिखाई दिया कि भारतीय बल्लेबाजी की कमजोर कड़ी और कुछ विवादित फैसलों ने हार को और अधिक सुनिश्चित किया।
आखिरी दिन का खेल और भारत की हार
मैच के आखिरी दिन भारत को जीत के लिए 340 रनों का लक्ष्य मिला। हालांकि, भारतीय टीम को शुरुआत में ही झटके लगे और स्कोर 3 विकेट पर 33 रन हो गया। इसके बाद ऋषभ पंत और यशस्वी जायसवाल ने संघर्ष करते हुए मैच में उम्मीदें जगाई। लेकिन अंतिम सत्र में दो विवादित फैसलों ने भारत के पक्ष को कमजोर कर दिया, और भारतीय टीम 155 रन पर ढेर हो गई। इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच 184 रनों से जीत लिया और ट्रॉफी में 2-1 की बढ़त के साथ आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के करीब पहुंच गया।
यशस्वी जायसवाल का विवादित आउट होना
जब भारतीय टीम ड्रॉ की ओर बढ़ती दिख रही थी, तब यशस्वी जायसवाल को एक बाउंसर पर छेड़छाड़ करने का दोषी पाया गया। मैदानी अंपायर ने आउट नहीं दिया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के डीआरएस लेने के बाद रिप्ले में गेंद के कोण बदलने की बात सामने आई, जबकि स्निकोमीटर पर कोई हरकत नहीं दिखी। बावजूद इसके, यशस्वी को आउट करार दिया गया। यशस्वी ने 208 गेंदों में 84 रन की संघर्षपूर्ण पारी खेली थी।
रोहित, कोहली और राहुल की नाकामी
भारतीय टीम की हार का एक बड़ा कारण उसके प्रमुख बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन रहा। कप्तान रोहित शर्मा ने 40 गेंदों में मात्र 9 रन बनाए, जबकि विराट कोहली ने 29 गेंदों में 5 रन बनाकर मिचेल स्टार्क की गेंद पर स्लिप में कैच दे दिया। केएल राहुल शून्य पर आउट हो गए, जिससे टीम का स्कोर 33 रन पर 3 विकेट हो गया।
पंत और यशस्वी की साझेदारी
इसके बाद ऋषभ पंत और यशस्वी जायसवाल ने चौथे विकेट के लिए 88 रनों की साझेदारी कर स्थिति संभालने की कोशिश की। लेकिन पंत, ट्रेविस हेड की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में 30 रन बनाकर आउट हो गए।
ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी का दबदबा
पंत के आउट होने के बाद ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज स्कॉट बोलैंड और नाथन लायन ने मोर्चा संभाला। बोलैंड ने रविंद्र जडेजा को 2 रन पर आउट किया, जबकि लायन ने पहली पारी के शतकवीर नीतीश कुमार रेड्डी को मात्र 1 रन पर पवेलियन भेजा। इसके बाद यशस्वी और आकाश दीप विवादित तरीके से आउट हुए, और भारतीय पारी जल्द ही सिमट गई।
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी और भारत का लक्ष्य
ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में 234 रन बनाए, जिससे भारत को 340 रनों का लक्ष्य मिला। भारतीय गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 विकेट लिए, जबकि मोहम्मद सिराज को 3 और जडेजा को 1 विकेट मिला। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 474 रन बनाए थे, जबकि भारत ने 369 रन बनाए थे।
इस तरह, ऑस्ट्रेलिया ने न केवल शानदार खेल दिखाया बल्कि अंपायर के कुछ फैसलों का भी भरपूर फायदा उठाया, जिससे यह जीत और भी आसान हो गई।