277 वाहन जब्त, करीब सवा करोड़ का जुर्माना वसूल
जयपुर। भरतपुर में धार्मिक पहाडिय़ों पर अवैध खनन मामले में साधु का आत्मदाह और खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया को कांग्रेस विधायक द्वारा खनन माफिया बताए जाने के बाद अब राजस्थान सरकार ने फेस सेविंग के लिए अवैध खनन के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। पिछले सात दिनों से अवैध खनन गतिविधियों के विरुद्ध माइंस, पुलिस, जिला प्रशासन सहित संबंधित विभागों के संयुक्त अभियान में 300 से अधिक प्रकरणों में 277 से अधिक वाहन-मशीनरी जब्त करने के साथ ही एक करोड़ 25 लाख रुपए से अधिक का जुर्माना वसूला जा चुका है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अवैध माइनिंग गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश के बाद पिछले सात दिनों में ही 300 से अधिक प्रकरणों में 277 से अधिक वाहन जब्त कर संबंधित थानों में सुपुर्द किये जा चुके हैं। इनमें 26 एक्सक्लेटर, जेसीबी सहित बड़ी मशीनरी की जब्ती के साथ ही एक ट्रेक्टर कंप्रेसर व अन्य वाहन मशीनरी जब्त की गई है।
अग्रवाल ने बताया कि माइंस विभाग द्वारा अवैध खनन गतिविधियों से जुड़े करीब 704 संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर संबंधित पुलिस अधीक्षकों को इनकी सूची सौंपी गई है। इसमें सर्वाधिक अजमेर के 53, भीलवाड़ा के 51, बारां के 40 संवेदनशील स्थान शामिल है। उन्होंने बताया कि उदयपुर में अवैध खनन गतिविधि से जुड़े वाट्सअप गु्रप एडमिन को गिरफ्तार करने के साथ ही अलवर में 8, उदयपुर में 2, प्रतापगढ़ में 2 व नागौर व अजमेर में एक-एक अवैध खनन गतिविधि में लिप्त को गिरफ्तार किया गया है। प्रदेश में विभिन्न थानों में 53 एफ आईआर दर्ज कराई जा चुकी है।
प्रदेश में सर्वाधिक कार्यवाही करने वाले जिलों में जयपुर में सर्वाधिक 24 कार्यवाही करते हुए 1 एचईएमएम मशीन सहित 24 वाहन मशीनरी जब्त की है। इसके बाद उदयपुर में टीम ने 20 कार्यवाही करते हुए 8 एफआईआर, एक बड़ी मशीनरी सहित 20 वाहन जब्त किए गए है। राजसमंद में व अलवर में टीम द्वारा 19-19 कार्यवाही की गई है। भीलवाडा में टीम ने 16 कार्यवही, अजमेर में व कोटा में 15-15 कार्यवाही की गई है। प्रदेश में सर्वाधिक 15 एफआईआर राजसमंद मेंं, कोटा में 8, अलवर में 6, बीकानेर में 4, बांसवाड़ा, अजमेर, झुन्झुनू में दो-दो और झालावाड, सीकर, नागौर, जोधपुर, प्रतापगढ़ में एक एक एफआईआर दर्ज की गई है।