नयी दिल्ली। अब यह सवाल हवा में तैर रहा है कि क्या इंडि गठबंधन अस्तित्व में है या यह समाप्त हो चुका है। इस गठबंधन के नेताओं के बयान और उनकी प्रतिक्रियाओं से तो ऐसा ही लग रहा है।
एक तरफ कांग्रेस ने कहा है कि “संयुक्त” विपक्ष का मंच — इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (INDIA) — केवल लोकसभा चुनावों के लिए बनाया गया था और अब यह अस्तित्व में नहीं है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने स्पष्ट किया, “INDIA गठबंधन का गठन विशेष रूप से लोकसभा चुनावों के लिए हुआ था। क्षेत्रीय चुनावों में पार्टियां अपने स्तर पर निर्णय करती हैं कि उन्हें संयुक्त रूप से लड़ना है या अलग।”
दूसरी ओर, बुधवार को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा था कि INDIA गठबंधन केवल लोकसभा चुनावों के लिए बनाया गया था। जब उनसे दिल्ली चुनाव में आप और कांग्रेस के अलग-अलग लड़ने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “लोकसभा चुनावों में मुख्य उद्देश्य बीजेपी को हराना था, और INDIA गठबंधन केवल उस उद्देश्य तक सीमित था। ऐसे में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच संघर्ष असामान्य नहीं है।”
कांग्रेस और आरजेडी नेता के बयानों पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने तेजस्वी यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैं इस पर कुछ नहीं कह सकता क्योंकि दिल्ली चुनावों से हमारा कोई संबंध नहीं है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, और अन्य पार्टियों को तय करना होगा कि बीजेपी के खिलाफ प्रभावी ढंग से कैसे लड़ना है। पिछले दो चुनावों में आप सफल रही है। दिल्ली के मतदाता किसे चुनते हैं, यह देखना बाकी है।”
उमर ने आगे कहा, “जहां तक मुझे याद है, INDIA गठबंधन के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की गई थी। दुर्भाग्य से, गठबंधन की कोई बैठक नहीं हो रही है, जिससे नेतृत्व, एजेंडा, या गठबंधन के अस्तित्व पर कोई स्पष्टता नहीं है। यदि यह केवल संसद चुनावों तक सीमित था, तो इसे समाप्त कर देना चाहिए।”
कांग्रेस को उमर अब्दुल्ला का संदेश: नेतृत्व का औचित्य सिद्ध करें
पिछले महीने उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस से आग्रह किया था कि वह INDIA गठबंधन में अपने नेतृत्व की भूमिका को औचित्यपूर्ण ठहराए और इसे “स्वाभाविक अधिकार” न माने। उन्होंने कहा,
“हमारा अस्तित्व केवल संसद चुनावों से छह महीने पहले तक सीमित नहीं हो सकता। हमें इससे अधिक होना चाहिए। आखिरी बार हम तब मिले थे जब लोकसभा चुनाव के परिणाम आए थे। उसके बाद से INDIA गठबंधन के लिए कोई औपचारिक या अनौपचारिक कार्य नहीं हुआ है।”