दावोस। इजरायल के मंत्री नीर बरकात ने कहा है कि 7 अक्टूबर, 2023 को हमास द्वारा किए गए घातक हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को फोन करने वाले पहले वैश्विक नेता के रूप में समर्थन व्यक्त किया।
स्विट्जरलैंड के दावोस शिखर सम्मेलन के दौरान एनडीटीवी को दिए एक साक्षात्कार में, बरकात ने पीएम मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे कठिन समय में यह समर्थन बेहद महत्वपूर्ण था। उन्होंने कहा, “मुझे मोदी जी का धन्यवाद करना होगा क्योंकि उन्होंने 7 अक्टूबर को सबसे पहले नेतन्याहू को फोन किया और इजरायल को समर्थन दिया। हम इसे कभी नहीं भूलेंगे। इजरायल के पास अच्छी स्मृति है। जब हम कठिन समय में होते हैं, तो ऐसा फोन और समर्थन हमारे लिए बेहद मायने रखता है। हम इसके लिए बहुत आभारी हैं,” बरकात ने मोदी और नेतन्याहू के बीच के व्यक्तिगत संबंधों की भी सराहना की और इसे दोनों देशों के रिश्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
उन्होंने कहा कि 7 अक्टूबर को गाजा पट्टी से हमास द्वारा किए गए जमीन, समुद्र और हवाई हमले के बाद पीएम मोदी ने गहरा आघात व्यक्त किया था। इस हमले में कई निर्दोष लोग बंधक बनाए गए थे। पीएम मोदी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा था,”इजरायल में आतंकी हमलों की खबर से गहरा आघात पहुंचा। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं निर्दोष पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। इस कठिन समय में हम इजरायल के साथ एकजुटता से खड़े हैं।”
भारतीय प्रधानमंत्री मोदी और इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू के बीच लंबे समय से मजबूत संबंध रहे हैं। नेतन्याहू ने मोदी को अपना “दोस्त” कहा है। साल 2017 में, मोदी इजरायल का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने थे। मोदी ने कहा था कि यहूदी राज्य का भारत के साथ “गहरा और सदियों पुराना” संबंध है।