जयपुर

ईआरसीपी के बहाने, गहलोत के दो जगह निशाने

कहा सरकार गिराने में पायलट-शेखावत मिले हुए थे, अब आप सचिन का नाम ले रहे हो कि चूक कर दी

जयपुर। राजस्थान में सरकार गिराने की कोशिश करने वालों को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत माफ करने के मूड में नहीं दिखाई दे रहे हैं। शनिवार को दोबारा उन्होंने ईआरसीपी परियोजना के बहाने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पर निशाना साध दिया और कहा कि शेखावत और सचिन पायलट सरकार गिराने के षडयंत्र में मिले हुए थे।

गहलोत ने शेखावत को कहा कि आप राजस्थान के प्रतिनिधि हो, मंत्री हो केंद्र में, इतना इम्पोर्टेंट विभाग आपके पास में है, राजस्थान के हित में एक योजना को प्रधानमंत्रीजी को कन्विन्स करके क्या आप उसको राष्ट्रीय परियोजना नहीं बनवा पाते? बनवा सकते हैं। अगर वो नहीं बनवा पाते तो उनका नैतिक अधिकार क्या है बात करने का? एक बात तो ये है। दूसरा उन्होंने कहा कि सचिन पायलट जी अगर सक्सेस हो जाते, तो पानी पहुंच जाता।

गहलोत ने कहा कि 13 जिलों का मामला है ये 13 जिलों का, 13 जिलों वाले इनको साफ कर देंगे इस बार क्योंकि इतना आक्रोश है वहां पर, हर परिवार में आक्रोश है क्योंकि पानी चाहिए पीने के लिए, सिंचाई के लिए।

दो गलतियां गजेंद्र सिंह शेखावत जी ने की है, एक तो उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने वादा नहीं किया जनता से, एक शब्द नहीं बोला ERCP के बारे में, मैं खुद मौजूद था अजमेर में, अगर ये सिद्ध हो जाए तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा, तो प्रदेश की जनता इंतजार कर रही है कि कब राजनीति छोड़ें वो।

जब लोकेश शर्मा के खिलाफ में जो केस इन्होंने दर्ज करवाया है, उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली बात है, आप सरकार गिराने में मुख्य किरदार थे और सबको मालूम है कि आप एक्सपोज हो गए हैं, जब आपकी उसके अंदर वॉइस आई और दुनिया जानती है कि वॉइस आपकी है, आपने खुदने सरकार गिराने का षड्यंत्र किया।

गजेंद्र सिंह शेखावत जी को बल्कि नोटिस लेट सर्व हुआ, वो बचते रहे, बचते रहे, ये तो कानून अपना काम करे, इनको वॉइस देने में तकलीफ क्या है? ये स्वीकार भी कर चुके हैं दिल्ली के कोर्ट के अंदर कि इनकी वॉइस है वो, पुलिस वहां की स्वीकार कर चुकी है एफिडेविट के अंदर।

सीकर के कोठ्यारी में शनिवार को पूर्व विधायक सांवरमल मोर की प्रतिमा अनावरण समारोह में सीएम गहलोत ने कहा कि मुझे उम्मीद थी कि, राजस्थान का जलशक्ति मंत्री बना है तो सब जिलों को फायदा होगा। यहां फायदा तो दूर, कोई स्कीम तक नहीं ला पाए। अब आप कह रहे हो कि सरकार बदलो तो पानी आएगा।

कोठ्यारी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि आज देश में भाजपा हिंदुत्व के नाम पर राजनीति कर रही है और हिंदुत्व के नाम पर लोग उसे सपोर्ट भी कर रहे हैं। लेकिन यह भी देश के लिए शुभ संकेत नहीं है। आज बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था जैसे बड़े मुद्दे हैं। अर्थव्यवस्था गर्त में जा रही है। लेकिन बीजेपी हिंदू-मुस्लिम करके देश में मुख्य मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने का काम कर रही है। केंद्र की भाजपा सरकार ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है और विपक्ष के नेताओं की आवाज दबाने का काम कर रही है।

सीएम गहलोत ने कहा कि भाजपा सेना के नाम पर भी राजनीति कर रही है। सेना भर्ती में केंद्र की मोदी सरकार ने बिना किसी से बात किए अग्निपथ स्कीम ले आई। न तो इसमें पूर्व सेना के अधिकारियों से बात की गई और ना ही विशेषज्ञों से बात की गई, जबकि अग्निपथ स्कीम को लेकर संसद में बहस होनी चाहिए थी। सबसे राय मशवरा लेकर ही स्कीम को लाना चाहिए था और उसके बाद इसे लागू करना चाहिए था। कई सेना विशेषज्ञों ने भी इस स्कीम को लेकर सवाल खड़े किए हैं।

गहलोत ने कहा कि ईआरसीपी एक बड़ी महत्वकांक्षी योजना है।यह हमारे समय की नहीं बल्कि वसुंधरा राजे के समय की योजना थी, लेकिन हमने इस योजना को बंद नहीं किया बल्कि आगे बढ़ाया, जबकि हमारे समय की कई योजनाओं को वसुंधरा सरकार ने बंद कर दिया था। उन्होंने कहा कि केंद्र के सहयोग के नहीं मिलने के बावजूद हमने ईआरसीपी के लिए 9000 करोड़ स्टेट फंड में रखे हैं।

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