नयी दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, जो दो बार भारत के प्रधानमंत्री रहे, का अंतिम संस्कार शनिवार को राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उनका पार्थिव शरीर, तिरंगे में लिपटा हुआ, दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय लाया गया। यहां कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और पार्टी सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने एआईसीसी मुख्यालय पर दिवंगत डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी। उनके अलावा, कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल, कर्नाटक के डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
डॉ. सिंह का पार्थिव शरीर कांग्रेस मुख्यालय लाया गया, जहां राहुल गांधी ने उनके परिवार को व्यक्तिगत रूप से साथ लाकर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उनकी अंतिम यात्रा दिल्ली के निगम बोध घाट तक जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी निगम बोध घाट पहुंचकर उन्हें अंतिम विदाई देंगे।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी दिवंगत डॉ. सिंह के दिल्ली स्थित आवास पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की थी। इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा भी उपस्थित थे।
सोनिया गांधी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से हमने एक ऐसा नेता खो दिया है, जो ज्ञान, विनम्रता और बड़प्पन का प्रतीक थे। उन्होंने पूरे मन और मस्तिष्क से देश की सेवा की। उनकी करुणा और दूरदर्शिता ने लाखों भारतीयों के जीवन को बदल दिया और उन्हें सशक्त बनाया। कांग्रेस पार्टी के लिए वे एक प्रिय और मार्गदर्शक प्रकाश थे। उनकी शुद्धता और उत्कृष्टता के कारण उन्हें भारत के लोग बहुत प्यार करते थे। उनकी सलाह और विचारों की राजनीति में बहुत आवश्यकता थी और उन्हें गहराई से महत्व दिया जाता था। दुनियाभर में नेता और विद्वान उनका सम्मान करते थे और उन्हें महान राजनेता के रूप में सराहा गया। डॉ. मनमोहन सिंह ने हर उच्च पद पर अपनी प्रतिभा और गरिमा का परिचय दिया और भारत को सम्मान और गौरव दिलाया।”