जोधपुर। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की शनिवार को जोधपुर कोर्ट में पेशी हुई, जहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उसके बयान दर्ज किए गए। यह मामला ट्रैवल्स व्यवसायी मनीष जैन से रंगदारी वसूली का है। बिश्नोई से करीब 55 सवाल पूछे गए, जिनका उसने शांत और संयमित तरीके से उत्तर दिया।
लॉरेंस ने आरोप लगाया कि उसे पुलिस ने झूठा फंसाया है। उसने कहा कि घटना के समय और उसके बाद भी वह जेल में था। वह यह अपराध कैसे कर सकता है जब तीन साल से जेल में बंद है? उसने बताया कि घटना के सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे व्यक्ति वह नहीं है।
इसके अलावा, बिश्नोई ने कहा कि जब उसने पुलिस के साथ सहयोग करने से मना किया, तो उसके भाई को भी इस मामले में फंसा दिया गया। उसने इस पूरे मामले को फर्जी करार दिया।
मामले की सुनवाई के दौरान बिश्नोई ने लाल टी-शर्ट और नीली जींस पहनी थी। उसके बाएं हाथ में रुद्राक्ष की माला थी और माथे पर सिंदूर का तिलक लगा हुआ था। अधिवक्ताओं के मुताबिक, उसने बेहद शांत और सरल तरीके से अपने बयान दर्ज कराए।
अभी कुछ गवाहों के बयान बाकी हैं, जिसके बाद मामले में अंतिम बहस होगी और निर्णय के लिए फाइल अदालत में प्रस्तुत की जाएगी।