राजनीति

तेलंगाना कांग्रेस में उथल-पुथल? चुनाव से पहले 10 विधायकों की ‘गुप्त’ बैठक

हैदराबाद। तेलंगाना कांग्रेस में आंतरिक कलह गहराती नजर आ रही है, क्योंकि 10 विधायकों ने एक गुप्त बैठक की, जिससे पार्टी नेतृत्व में हलचल मच गई है। यह बंद-दरवाजा बैठक हैदराबाद के बाहरी इलाके गांडीपेट स्थित विधायक अनिरुद्ध रेड्डी के फार्महाउस में हुई।
क्या है विवाद?
खबरों के मुताबिक, इन विधायकों ने दो मंत्रियों के खिलाफ नाराजगी जताई, जो कथित तौर पर ठेकेदारों के बिल पास करने के बदले रिश्वत मांग रहे हैं। पार्टी के भीतर खासतौर पर सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी के खिलाफ असंतोष बढ़ रहा है।
गुप्त बैठक में शामिल विधायक:
1. नैनी राजेंद्र रेड्डी
2. भूपति रेड्डी
3. येन्नम श्रीनिवास रेड्डी
4. मुरली नायक
5. कुचकुल्ला राजेश रेड्डी
6. संजीव रेड्डी
7. अनिरुद्ध रेड्डी
8. लक्ष्मी कंठ राव
9. डोंथी माधव रेड्डी
10. बीर्ला इलैया

मुख्यमंत्री रेवन्त रेड्डी की आपात बैठक
मुख्यमंत्री रेवन्त रेड्डी ने कमांड कंट्रोल सेंटर में मंत्रियों की एक जरूरी बैठक बुलाई, जिसमें उन्होंने खासतौर पर पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी के खिलाफ बढ़ते असंतोष को संबोधित करने पर जोर दिया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी ने अपनी पालैर यात्रा रद्द कर दी और बैठक में शामिल हुए।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को विधायकों की ‘गुप्त’ बैठक में शामिल न होने का सख्त निर्देश दिया, जिससे इस पूरे मामले की गंभीरता का संकेत मिलता है। कांग्रेस हाईकमान को डर है कि स्थानीय निकाय और एमएलसी चुनावों से पहले किसी भी तरह की बगावत पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है।
मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को विधायकों के साथ समन्वय बढ़ाने, उनकी चिंताओं को प्राथमिकता देने और उनकी सिफारिशों पर विचार करने का निर्देश दिया है।
क्या यह सिर्फ ‘डिनर मीटिंग’ थी?
इस बैठक पर बढ़ती अटकलों के बीच नागरकुरनूल के सांसद मल्लू रवि ने इसे महज एक रात्रिभोज बैठक (डिनर मीटिंग) करार दिया। उन्होंने दावा किया कि विपक्ष इस मुद्दे को अनावश्यक रूप से तूल दे रहा है।
शनिवार को नई दिल्ली में मीडिया से बातचीत में कांग्रेस सांसद मल्लू रवि ने कहा, “बैठक फार्महाउस में नहीं, बल्कि आईटीसी कोहिनूर होटल में हुई थी। एक विधायक ने अन्य विधायकों को सूचित किया था कि उन्हें एक मंत्री से जुड़ी समस्या का समाधान चाहिए। इस पर अन्य विधायकों ने आश्वासन दिया कि वे मिलकर मंत्री से बात करेंगे।”
तेलंगाना में चुनावी सरगर्मियां तेज
तेलंगाना में स्थानीय निकाय और एमएलसी चुनावों की तैयारियां जोरों पर हैं। राज्य में एक स्नातक और दो शिक्षक एमएलसी निर्वाचन क्षेत्रों के चुनाव 27 फरवरी को होंगे, और परिणाम 3 मार्च को घोषित किए जाएंगे।
इस बीच, कांग्रेस नेतृत्व इस राजनीतिक संकट को जल्द से जल्द हल करने की कोशिश कर रहा है, ताकि पार्टी को आगामी चुनावों में किसी तरह की मुश्किलों का सामना न करना पड़े।

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