नयी दिल्ली। भारतीय रेलवे महाकुंभ मेले के लिए व्यापक तैयारी कर रहा है, जिसमें 40 करोड़ श्रद्धालुओं की अनुमानित यात्रा को सुगम बनाने के लिए 13,000 विशेष ट्रेनें चलाने और रेलवे बुनियादी ढांचे में बड़े सुधार शामिल हैं। इन तैयारियों का उद्देश्य यात्रियों को निर्बाध और सुविधाजनक यात्रा प्रदान करना है।
महाकुंभ मेले के लिए मुख्य कदम:
1. बुनियादी ढांचे का उन्नयन:
o कुंभ मेले के स्थलों के पास स्थित रेलवे स्टेशनों का उन्नयन।
o बेहतर यात्री सुविधाएं, जैसे अतिरिक्त प्लेटफॉर्म, उन्नत प्रतीक्षालय, बेहतर रोशनी और स्वच्छता व्यवस्था।
2. टिकट सेवाओं का विस्तार:
o डिजिटल टिकटिंग प्लेटफॉर्म को मजबूत बनाना ताकि बढ़ी हुई मांग को संभाला जा सके।
o मेले के मैदान में अतिरिक्त टिकट काउंटर स्थापित करना, ताकि भीड़ कम हो और यात्रियों को समय पर सेवाएं मिल सकें।
3. सुरक्षा और आपातकालीन सेवाएं:
o यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे पुलिस बल (RPF) और सरकारी रेलवे पुलिस (GRP) की तैनाती।
o आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली और रणनीतिक स्थानों पर चिकित्सा सहायता केंद्र स्थापित करना।
जम्मू रेल डिवीजन की नई घोषणा:
भारतीय रेलways ने एक नए जम्मू रेल डिवीजन की घोषणा की है, जो 721 किलोमीटर के शुरुआती खंड को कवर करेगा, जिसमें जम्मू–श्रीनगर–बडगाम खंड शामिल है। यह खंड पहले फिरोजपुर डिवीजन का हिस्सा था। यह कदम जम्मू और कश्मीर में क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
जम्मू रेल डिवीजन के उद्देश्य:
1. बेहतर कनेक्टिविटी:
जम्मू–श्रीनगर–बडगाम मार्ग पर यात्रियों को सुगम यात्रा प्रदान करना।
2. आर्थिक विकास:
क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना और विकास को प्रोत्साहन देना।
3. आधुनिकीकरण और सेवा में सुधार:
भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण और समावेशी परिवहन नेटवर्क विस्तार के व्यापक उद्देश्यों के साथ मेल रखना।
ये पहल भारतीय रेलवे की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं, जिसमें महाकुंभ मेले की तात्कालिक जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ भविष्य के लिए एक मजबूत और समावेशी परिवहन प्रणाली की नींव रखी जा रही है।