जयपुर। उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाओं के कारण राजस्थान में सर्दी का असर तेज हो गया है। मौसम विभाग ने राज्य में शीतलहर का प्रभाव 3 जनवरी तक बने रहने की संभावना जताई है। 1 जनवरी से ठंड के और तेज होने के संकेत मिले हैं। मंगलवार को घने कोहरे ने जयपुर, कोटा, जोधपुर, और उदयपुर सहित कई जिलों को अपनी चपेट में ले लिया, जहां दृश्यता 20 मीटर से भी कम दर्ज की गई। इसका असर यातायात पर भी देखा गया, जहां वाहन धीमी गति से चलते नजर आए।
जयपुर और अन्य इलाकों में घना कोहरा
जयपुर के झालाना इलाके में अरावली की पहाड़ियां कोहरे के कारण अदृश्य हो गईं। राजसमंद शहर में सुबह 8 बजे तक दृश्यता 10 मीटर से कम थी। यह इस सर्दी का सबसे घना कोहरा माना जा रहा है।
तापमान में भारी गिरावट
पिछले 24 घंटों में सबसे ठंडा दिन श्रीगंगानगर रहा, जहां अधिकतम तापमान 13.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। अलवर, बीकानेर, चूरू और जयपुर जैसे शहरों में दिन का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। सुबह से ठंडी हवाएं चल रही थीं, और दोपहर बाद तेज ठंड का अनुभव हुआ।
औसत से नीचे तापमान
राजस्थान के कई शहरों में दिन का अधिकतम तापमान औसत से 7 डिग्री तक नीचे चला गया। सीकर, पिलानी, चूरू और श्रीगंगानगर में कोल्ड-डे की स्थिति रही, जहां न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम था।
माउंट आबू में तापमान शून्य तक पहुंचने की संभावना
मौसम विभाग ने आगामी 2-3 दिनों में ठंड के और बढ़ने की संभावना जताई है। माउंट आबू में तापमान शून्य या इससे नीचे जा सकता है। सोमवार को माउंट आबू में न्यूनतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
यह ठंड का दौर राज्य में लोगों के दैनिक जीवन को प्रभावित कर रहा है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और ठंड से बचने के उपाय अपनाने की सलाह दी है।