वाशिंग्टन। व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को उन प्रवासियों की तस्वीरें जारी कीं, जिन्हें सैन्य C-17 विमानों में ले जाया जा रहा था। ये प्रवासी अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश कर चुके थे। ट्रंप प्रशासन ने इसे अपनी सख्त आव्रजन नीति का महत्वपूर्ण कदम बताया है।
मुख्य घटनाक्रम
1. बड़े पैमाने पर निर्वासन शुरू
o दो सैन्य विमान, जिनमें प्रत्येक में लगभग 80 प्रवासी सवार थे, ग्वाटेमाला भेजे गए।
o ये निर्वासन ट्रंप के अवैध प्रवासन पर सख्त रुख अपनाने के वादे का पहला चरण है।
2. ट्रंप प्रशासन का रुख
o व्हाइट हाउस ने दोहराया: “जो लोग अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करेंगे, उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।”
o ट्रंप ने 20 जनवरी को एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर “दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल” की घोषणा की और सेना को सीमा की सुरक्षा के लिए तैनात करने की अनुमति दी।
3. आव्रजन प्रवर्तन अपडेट
o आईसीई (इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एन्फोर्समेंट) ने 538 गिरफ्तारियों और 373 डिटेनर जारी करने की जानकारी दी।
o डिटेनर के तहत, स्थानीय कानून प्रवर्तन को गैर-नागरिकों को उनके अपराध के आधार पर रोके रखने को कहा जाता है, ताकि उन्हें निर्वासित किया जा सके।
4. निर्वासन के लक्ष्य
o अनुमान है कि अमेरिका में 11 से 14 मिलियन अवैध प्रवासी हैं, जबकि ट्रंप का दावा है कि यह संख्या 20–25 मिलियन के करीब है।
o ट्रंप प्रशासन ने प्राथमिकता दी है:
6,55,000 व्यक्तियों का निर्वासन, जिनके आपराधिक रिकॉर्ड हैं।
14 लाख व्यक्तियों का, जिनके पास पहले से निर्वासन आदेश है।
5. सेना की भूमिका
o पेंटागन ने पुष्टि की कि सैन्य उड़ानों का उपयोग टेक्सास के एल पासो और कैलिफोर्निया के सैन डिएगो से प्रवासियों को उनके गृह देशों में भेजने के लिए किया जा रहा है।
• व्हाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट ने इसे “इतिहास में सबसे बड़ा निर्वासन अभियान” करार दिया।
• स्टेट डिपार्टमेंट ने ग्वाटेमाला के साथ मिलकर अवैध प्रवासन को रोकने और सीमा सुरक्षा को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।
यह विकास ट्रंप के चुनावी वादों को पूरा करने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है और अवैध प्रवासन पर प्रशासन के सख्त रुख का संकेत देता है।