व्यापारियों के रजिस्ट्रेशन व लाइसेंस के लिए लगाए जा रहे व्यापक स्तर पर शिविर
जयपुर। चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा के निर्देश पर प्रदेश भर में मिलावटखोरों के खिलाफ व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। महज दो महीनों में प्रदेश भर में 4031 स्थानों पर निरीक्षण कर 4262 सैंपल लेकर बड़ी मात्रा में मिलावटी सामान को जप्त किया गया है।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि सरकार आमजन को शुद्ध खाद्य पदार्थ मुहैया कराने के लिए संकल्पबद्ध है। इसी के मद्देनजर प्रदेश भर में 1 जनवरी से 31 मार्च तक’शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत प्रदेश भर में मिलावटखोरों पर शिकंजा कसने का प्रयास किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि चिकित्सा विभाग की टीम ने प्रदेश भर में 499 नमूने दूध, 863 दूध से बने खाद्य पदार्थ व मिठाइयों, 135 नमूने अन्य मिठाइयों, 1095 नमूने घी व तेल तथा 1670 नमूने अन्य खाद्य पदार्थों के लिए गए। इनमें से भारी मात्रा में मिलावट मिली खाद्य सामग्री को जप्त किया गया व नष्ट किया गया। इसके अलावा मिल्क केक, वनस्पति घी, टोमेटो सॉस, मसाले, आइसक्रीम व कई अन्य खाद्य पदार्थ भारी मात्रा में नष्ट किए गए हैं।
मीणा ने कहा कि भारत सरकार के नियमों के अनुसार 12 लाख से अधिक टर्नओवर वाले व्यवसायियों को रजिस्ट्रेशन वह इससे कम टर्नओवर वाले व्यवसायियों को लाइसेंस लेना अनिवार्य है। व्यापारियों के लिए राज्य सरकार ने सभी जिलों में व्यापक स्तर पर शिविर आयोजित कर उन्हें लाइसेंस व रजिस्ट्रीकरण की सुविधा दी है। उन्होंने बताया कि सभी जिलों में दो कैंप पूर्ण कर लिए है ताकि अधिक से अधिक रजिस्ट्रेशन हो सके। उन्होंने बताया कि 10 मार्च तक 100 कैंप पूर्ण कर लिए जाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने सभी खाद्य निरीक्षकों को ज्यादा से ज्यादा निरीक्षण करने, सैंपल लेने व डिकोए ऑपरेशन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जितने ज्यादा निरीक्षण होंगे उतनी ही जल्दी मिलावटखोरों के हौसले पस्त होंगे। गौरतलब है कि प्रदेश में 1 जनवरी से 31 मार्च तक शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया जा रहा है। इसमें छह विभागों की टीमें आपस में समन्वय कर मिलावट रोकने का प्रयास कर रही है।