आमजन को सुविधाजनक आवास देने के लिए आवासन मण्डल ने किया टाइप डिजाइन में बदलाव
जयपुर। राजस्थान आवासन मण्डल ने बदलते समय एवं आवश्यकताओं के अनुरूप आमजन को सुविधाजनक रेडी-टू-शिफ्ट आवास एवं फ्लैट्स उपलब्ध कराने के लिए अपने नक्शों (टाइप डिजाइन) में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। अब मण्डल के जो भी मकान एवं फ्लैट्स बनेंगे, वे किसी भी मायने में बडे बिल्डरों द्वारा तैयार किये जाने वाले विला एवं फ्लैट्स से कमतर नहीं होंगे।
आवासन आयुक्त पवन अरोडा की मंजूरी के बाद नये टाइप डिजाइन मण्डल के सभी कार्यालयों में भिजवा दिये गये हैं। अब आवासन मण्डल विभिन्न आय वर्गों के लिये जो भी नये स्वतंत्र आवास अथवा बहुमंजिला फ्लैट्स बनाएगा वह इन्हीं नये टाइप डिजाइन के आधार पर निर्मित होंगे।
आवासन आयुक्त ने बताया कि वास्तु विशेषज्ञों (आर्किटेक्ट्स) से प्राप्त सुझावों के आधार पर तथा आधुनिक समय एवं लोगों की मांग के अनुरूप ये नये टाइप डिजाइन तैयार किये गये हैं। उल्लेखनीय है कि आवासन मण्डल के द्वारा अब तक जो स्वतंत्र आवास आवंटियों को दिये जाते थे। उनमें अटैच्ड लैट बाथ की सुविधा नहीं होती थी। बाउंड्री वॉल एवं सीढियां भी नहीं होती थीं। जिससे लोगों को रेडी-टू-शिफ्ट मकान नहीं मिल पाते थे। कब्जा लेने के बाद आवंटियों को अपने खर्च पर चारदीवारी एवं सीढियां बनानी पडती थी। अब टाइप डिजाइन में संशोधन के बाद लोगों की यह शिकायत दूर हो जाएगी और उन्हें रेडी-टू-शिफ्ट आवास मिल पाएंगे।
आवासन आयुक्त ने बताया कि फिनिशिंग कार्यों को भी प्रमुखता दी गई है। वर्तमान में प्रचलित फिनिशिंग कार्य के अनुरूप सभी वर्ग एवं श्रेणी के आवासों एवं फ्लैट्स में उच्च गुणवत्ता की टाइल्स, पीओपी फिनिश प्लास्टर, टेक्सचर पेन्ट आदि स्पेसिफिकेशन शामिल किये गये हैं। ईडब्ल्यूएस एवं एलआईजी श्रेणी के आवासों एवं फ्लैट्स में अब महिलाओं की आवश्यकताओं का ध्यान रखते हुए किचन स्लैब एवं सिंक ग्रेनाइट की बनाई जाएगी।
अरोडा ने बताया कि इसके बाद मण्डल के आवास न केवल उच्च गुणवत्ता के होंगे अपितु उनका फिनिशिंग वर्क भी आधुनिक होगा। उल्लेखनीय है कि मण्डल द्वारा आमजन के लिये जयपुर के प्रताप नगर में लम्बे समय बाद स्वतंत्र आवास एवं फ्लैट्स की योजना लाई जा रही है। प्रदेश के विभिन्न शहरों में 4 हजार स्वतंत्र आवास एवं फ्लैट्स की योजना पर भी तेजी से काम चल रहा है। इन योजनाओं में जो भी आवास एवं फ्लैट्स बनाए जाएंगे वे नये स्पेसिफिकेशन के आधार पर निर्मित होंगे।