जयपुर। राजस्थान वानिकी एवं वन्य जीव प्रशिक्षण संस्थान (आरएफडब्ल्यूटीआई) को सेंटर फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचुरल रिसोर्सेज, एनवायरमेंट प्रोटक्शन एंड क्लाइमेट चेंज सोसायटी एक्ट के तहत स्थापित करने की मंजूरी मिल गई है। वित्त विभाग की ओर से इस संबंध में स्वीकृति जारी की गई है।
वन एवं पर्यावरण विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रेया गुहा ने बताया कि वित्त विभाग द्वारा सेंटर फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचुरल रिसोर्सेज, एनवायरमेंट प्रोटक्शन एंड क्लाइमेट चेंज सोसायटी एक्ट के तहत स्थापित करने की मंजूरी प्रदान की गई है। इसके माध्यम से वन विभाग के कार्मिकों के साथ-साथ दूसरे राजकीय विभागों, स्कूली बच्चों, कॉलेज विद्यार्थियों, शिक्षाविदों और सब्जेक्ट एक्सपट्र्स को प्रशिक्षण देने के लिए आमंत्रित किया जा सकेगा। इससे निकट भविष्य में राजस्थान वानिकी एवं वन्य जीव प्रशिक्षण संस्थान एक विश्व स्तरीय ट्रेनिंग इंसीट्यूट के रूप में स्थापित होकर नई भूमिका निभा सकेगा।
गुहा ने बताया कि राजस्थान वानिकी एवं वन्य जीव प्रशिक्षण संस्थान में सेंटर फॉर एक्सीलेंस की स्थापना होने के बाद देश के देश के नामी-गिरामी इंसीट्यूट से कोलैबोरेशन करते हुए उच्च स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा सकेंगे। साथ ही बदलते समय एवं परिस्थितियों के अनुरूप दीर्घकालीन मैनेजमेंट हेतु आरएफडब्ल्यूटीआई में समुचित ढांचा स्थापित किया जा सकेगा। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं, भारत सरकार सहित विभिन्न संस्थानों, विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों एवं रिसर्च हेतु बजट और नॉलेज प्राप्त किया जा सकेगा।