जयपुर

‘इन्वेस्टर्स मीट और एमओयू साइनिंग सेरेमनी’ में राजस्थान को मिले 70 हजार करोड़ रुपयों के इन्वेस्टमेंट कमिटमेंट्स

69789.93 करोड़ रुपयों के एमओयू पर हुए हस्ताक्षर, अवड्डा पावर, ओ2 पावर एसजी पीटीई, असाही इंडिया ग्लास लिमिटेड, सेंट गोबेन, ओकाया, वरुण बेवरेजेज और विप्रो टॉप निवेशकों में शामिल

जयपुर। राजस्थान सरकार के आगामी निवेशक शिखर सम्मेलन ‘इन्वेस्ट राजस्थान 2022’ का शानदार आगाज बुध्वार को नई दिल्ली में आयोजित एमओयू साइनिंग सेरेमनी के साथ हुआ। नवीन बेंचमार्क स्थापित करते हुए, राजस्थान सरकार द्वारा 69789.93 करोड़ रुपये के एमओयू पर सफलतापूर्वक हस्ताक्षर करने से राज्य में कुल 11846 प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उत्पन्न हुए हैं। भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, झालावाड़, अजमेर, जयपुर, उदयपुर, अलवर सहित राज्य भर के विभिन्न जिलों में निवेश की संभावनाओं को देखते हुए रीको द्वारा गत वर्षों में स्पेशल सेक्टोरल ज़ोन विकसित किए हैं।

सेरेमनी में हुए एमओयू के तहत कुछ उल्लेखनीय निवेशकों द्वारा मेगा परियोजनाओं में निवेश किया जायेगा, जैसे कि अवड्डा पावर द्वारा राजस्थान में ग्रीन हाइड्रोजन और अमोनिया प्रोजेक्ट पर लगभग 40,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का प्रस्ताव है, ओ2 पावर एसजी पीटीई द्वारा विभिन्न जिलों में अक्षय ऊर्जा एवं सौर ऊर्जा सेक्टर में 25,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का प्रस्ताव दिया है, असाही इंडिया ग्लास लिमिटेड द्वारा चित्तौडग़ढ़ में 1400 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव है, सेंट गोबेन ने अलवर में 1000 करोड़ रुपये के निवेश से फ्लोट ग्लास मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है, वरुण बेवरेजेज लिमिटेड द्वारा 636 करोड़ रुपयों की कार्बाेनेटेड सॉफ्ट-ड्रिंक्स, फ्रूट जूस एवं पैकेजिंग प्रोडक्टस की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट स्थापित की जायेगी और विप्रो जयपुर में हाइड्रोलिक सिलेंडर प्रोजेक्ट में 200 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।

इस सेरेमनी में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री राजस्थान अशोक गहलोत, शकुंतला रावत, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री, राजस्थान सरकार, राजीव अरोड़ा, अध्यक्ष, राजस्थान लघु उद्योग निगम लिमिटेड, राजस्थान सरकार, ऊषा शर्मा, मुख्य सचिव राजस्थान, वीनू गुप्ता अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग एवं वाणिज्य राजस्थान सरकार, शुभ्रा सिंह, मुख्य आवासीय आयुक्त, राजस्थान सरकार नई दिल्ली, भास्कर सावंत, प्रमुख सचिव, ऊर्जा, कुलदीप रांका, मुख्यमंत्री राजस्थान के प्रमुख सचिव एवं चैयरमेन रीको राजस्थान, शिवप्रसाद एम. नकाटे, एमडी रीको, राजस्थान, ओम प्रकाश कसेरा, आयुक्त ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रमोशन, राजस्थान सरकार, धीरज श्रीवास्तव, आयुक्त, राजस्थान फाउंडेशन, गौरव रूंगटा, अध्यक्ष, सीआईआई राजस्थान एवं प्रबंध निदेशक, मान स्ट्रक्चरल्स प्राइवेट लिमिटेड, माधव सिंघानिया, उप प्रबंध निदेशक एवं सीईओ जेके सीमेंट लिमिटेड, अरुण मिश्रा, सीईओ, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड और Ÿदीपक शेट्टी, प्रबंध निदेशक एवं सीईओ जेसीबी लिमिटेड शामिल हुए।

कार्यक्रम के दौरान गहलोत ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि इन्वेस्टर समिट का आयोजन विशाल स्तर पर हो रहा है। मैं राजस्थान में निवेश करने वाले निवेशकों की समस्याओं को सुनना एवं समझना चाहता हूं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं आपको समाधान उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हूं। व्यापार में ऊंचाइयों को छूने वाले कुछ सबसे सफल उद्योगपति राजस्थान राज्य से ही हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे, रिफाइनरी, पेट्रोकेमिकल्स, नवीकरणीय ऊर्जा आदि में भारी निवेश करने वाले राज्य के रूप में राजस्थान ने अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। उद्योग सभी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अच्छी कानून-व्यवस्था, बेहतरीन सड़कें, स्वास्थ्य सुविधा पर जोर देने और अन्य कई नए विकास के साथ, राजस्थान आप सभी इन्वेस्टर्स के आने और निवेश करने के लिए एक अद्भुत राज्य है।’

उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुंतला रावत ने कहा, ‘डीएफसी कॉरिडोर एरिया का 40 प्रतिशत और डीएमआईसी का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा महत्वपूर्ण रूप से राज्य से गुजरने के साथ, सबसे बड़े राज्य और स्ट्रॅटेजिक स्थिति के चलते राजस्थान निवेश की विशाल संभावनाएं प्रदान करता है। निवेश को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान द्वारा हाल ही में वन स्टॉप शॉप, राजस्थान इन्वेस्टमेंट प्रमोशन स्कीम 2019, फैसिलिटेशन ऑफ इस्टैब्लिशमेंट एंड ऑपरेशन एक्ट, जैसे अनेक कदम उठाये हैं। राजस्थान अपनी विकास यात्रा का हिस्सा बनने के लिए निवेशकों को इन्वेस्ट राजस्थान के लिए आमंत्रित करता है।’

राजस्थान उद्योग के निदेशक मंडल के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने कहा, ‘डीएफसी कॉरिडोर का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा राजस्थान में आता है और इस प्रकार निवेश के लिए राजस्थान वांछित स्थान बन गया है। राजस्थान में बहुत कुछ बदल गया है, इसे अब अवसरों की भूमि मानी जाती है। उल्लेखनीय है कि यहां केवल एक ही पोर्टल पर, निवेशकों को 14 विभिन्न अनुमोदन प्राप्त होते हैं, जो राजस्थान में निवेश को बढ़ावा देने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। मानसरोवर, जयपुर में नए कार्गो कॉम्प्लेक्स, एक्सपोर्ट क्लियरेन्स के लिए नवीन फैसिलिटी और उदयपुर में नए कार्गो कॉम्प्लेक्स, बीकानेर में आईसीडी आदि के साथ, हम राजस्थान के विकास की दिशा में कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और हम आपको सभी को राजस्थान आने और निवेश करने के लिए आमंत्रित करते हैं।’

राजस्थान राज्य अपनी स्ट्रॅटेजिक लोकेशन का लाभ उठा रहा है और राज्य सरकार द्वारा बनाए गए निवेशक अनुकूल नीतिगत ढांचे कें साथ, यहां 49,000$ एकड़ भूमि में रीको द्वारा विकसित विशाल 350 औद्योगिक क्षेत्रों में अनेक समूहों, कॉर्पाेरेट घरानों और विनिर्माण इकाइयों ने निवेश किया है। रीको औद्योगिक क्षेत्रों में 40,000 से अधिक औद्योगिक इकाइयां पहले से ही कार्यरत हैं और 150 से अधिक औद्योगिक पार्क प्लानिंग प्रोसेस के तहत हैं। राजस्थान निवेशकों के लिए रणनीतिक स्थान बन रहा है क्योंकि यह डीएमआईसी प्रभाव क्षेत्र के लगभग 58 प्रतिशत को कवर करता है, इसके अतिरिक्त नई गैस ग्रिड प्रोजेक्ट 1730 किलोमीटर में फैली हुई है। राज्य में 2 एसईजेड और 9 आईसीडी परिचालित हैं जो ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनस’ को सशक्त बना रहे हैं।

Related posts

दूसरे सेना कमांडर सम्मेलन (2nd Army Commanders Conference ) का आयोजन 25-28 अक्टूबर, 2021 तक नयी दिल्ली (New Delhi) में होगा

admin

डिजिटल पॉलिसी में सरलीकरण को लेकर जार ने मुख्यमंत्री को दिए सुझाव

admin

गृह-युद्ध की तरफ जा सकता है देश, देश में धर्म और जाति के नाम पर पैदा हो चुकी है नफरत-गहलोत

admin