शहर के अन्य पर्यटन स्थलों और बाजारों में भी छप्परफाड़ पर्यटक
जयपुर। कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट की दहशत के बीच राजधानी जयपुर में पर्यटकों का सैलाब उमड़ा पड़ा। जयपुर के प्रमुख पर्यटन स्थल और विश्व विरासत स्थल आमेर महल को निहारने के लिए रात तक 11 हजार से अधिक पर्यटक पहुंचे। वहीं शहर के अन्य विश्व प्रसिद्ध स्मारकों, पर्यटन स्थलों और बाजारों में भी छप्परफाड़ पर्यटक पहुंचे। पर्यटकों की रिकार्ड आमद से पर्यटन क्षेत्र के लोगों के चेहरे खुशी से खिल गए हैं।
आमेर महल में शाम 5 बजे तक पर्यटकों का आंकड़ा 11607 रहा। महल प्रशासन का कहना है कि वीकएंड, क्रिसमस और नए साल के चलते पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। आमेर महल में पर्यटन सीजन के दौरान क्रिसमस से लेकर न्यू ईयर तक हर वर्ष 15 से 18 हजार तक पर्यटक पहुंच जाते थे, लेकिन कोरोना संक्रमण के बाद पहली बार पर्यटकों का आंकड़ा 10 हजार के पार पहुंचा है। गत वर्ष क्रिसमस पर आमेर महल में 6500 पर्यटक पहुंचे थे। आमेर महल के अलावा नाहरगढ़ फोर्ट में शनिवार को 6065, विश्व विरासत स्थल जंतर-मंतर में 6253, हवामहल में 7100 से अधिक पर्यटक पहुंचे।
पर्यटन स्थलों पर घूमने के बाद पर्यटक बाजारों में पहुंचे, जिससे दिनभर बाजारों में भी भारी भीड़ देखी गई। इससे छोटी चौपड़, त्रिपोलिया बाजार, जौहरी बाजार, बड़ी चौपड़, हवामहल बाजार, चौड़ा रास्ता में कई बार जाम की स्थिति बनी। पर्यटकों ने बाजारों में जमकर खरीदारी की और जयपुर की फेमस चीजों को अपने साथ लेकर गए। पर्यटन क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि रविवार को शहर में पर्यटकों की संख्या में और ज्यादा इजाफा हो सकता है। पर्यटकों की यह आमदरफ्त जनवरी के प्रथम सप्ताह तक बनी रहेगी।
पुरातत्व विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यदि ओमिक्रॉन की दहशत नहीं होती तो आमेर महल में पर्यटकों की संख्या 15 हजार तक पहुंच सकती थी, लेकिन नए वेरिएंट की दहशत के कारण पर्यटक कुछ कम आए। कोरोना के कारण विदेशी पर्यटकों की आमद पर यदि रोक नहीं होती तो पर्यटकों की संख्या का आंकड़ा 2019 से पहले की ऊंचाइयों का छू लेता। आमेर महल में कोरोना से पूर्व इस समय 3 से 4 हजार विदेशी पर्यटक प्रतिदिन आ जाते थे।