जयपुर

कांग्रेस अधिवेशन में पायलट को मंच पर जगह, लेकिन नहीं मिला बोलने का मौका

डोटासरा बोले तेरा मेरा, यह गुट, वो गुट वाली बातें छोड़कर एकजुटता से काम में जुटें

जयपुर। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में एकता का संदेश देकर कबकी जा चुकी है, लेकिन राजस्थान कांग्रेस है कि एकजुट होने का नाम नहीं ले रही है। इसकी बानगी बुधवार को कांग्रेस के अधिवेशन में एक बार फिर देखने को मिली जबकि अधिवेशन में सचिन पायलट को बोलने का मौका नहीं मिला। पायलट को मंच पर जगह दी गई थी लेकिन बजट पर सुझाव देने के लिए उन्हें भाषण देने का मौका नहीं देना सियासी हलकों में चर्चा का मुद्दा बना हुआ है। इसके सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। सचिन का स्वागत भी आखिर में किया गया। जब अधिवेशन की शुरुआत में सभी नेता मंच पर आए तो पायलट और डोटासरा के बीच कुछ चर्चा हुई थी।

उधर प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि चुनाव सब के ऊपर हैं। संगठन को और ज्यादा सक्रिय होना पड़ेगा, सबको साथ देना होगा। यह मेरा तेरा, यह गुट वो गुट, यह जाति, यह सब बातें छोड़नी होगी। हमारी जाति एक है कांग्रेस पार्टी और हमारा मजहब एक है कांग्रेस पार्टी। हमारा काम एक है कि हम कांग्रेस पार्टी को मजबूत करें। हम कांग्रेस पार्टी के सभी भाइयों को साथ लेकर चलें और सबका सहयोग ले सबको साथ लेकर हम लोगों की सेवा करेंगे तो ऐसा कोई कारण नहीं है कि हम 2023 में ऐतिहासिक बहुमत के साथ रिपीट नहीं होंगे।

डोटासरा ने कहा कि हमें पूरा भरोसा है हमारे प्रभारी और हमारे अध्यक्ष खाली पड़े संगठन के पदों पर जल्द नियुक्ति करेंगे। जिला अध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष और 22 मंडल जो हम ने बनाए हैं उनकी कार्यकारिणी को पदाधिकारी जल्दी से बन जाएं। अगर ये पदाधिकारी 26 जनवरी से पहले बनते हैं तो इसका फायदा हमें हाथ से हाथ जोड़ो अभियान में भी मिलेगा।

डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस के मंत्री और विधायक अब हर महीने की 28 तारीख को 15 किलोमीटर पैदल चलेंगे। जनता की समस्याएं सुनकर उन्हें दूर करेंगे। राहुल गांधी की इच्छा के मुताबिक पैदल चलकर जनता के बीच जाएंगे। सरकार की फ्लैगशिप योजना और केंद्र सरकार की विफलता के बारे में बताएंगे।

हम सबको 2023 में सरकार रिपीट करनी है। यह सरकार रिपीट तभी होगी जब हम सरकार की योजनाओं को भी बताएंगे। जिन कार्यकर्ताओं ने खून पसीना एक करके हमें यहां तक पहुंचाया, हमारी सरकार बनवाई अगर उन कार्यकर्ताओं की कोई दुख तकलीफ है तो उन्हें हमें ठीक करनी होगी। उनमें उत्साह का संचार करना होगा। चाहे उनके व्यक्तिगत काम हो, चाहे गांव के काम हों,वह सरकार में बैठे लोगों को करने पड़ेंगे।

बजट पर सुझाव देने के लिए बुलाए गए कांग्रेस के अधिवेशन में पार्टी के प्रदेश सचिव गजेंद्र सांखला ने यूपी की कानून व्यवस्था की तारीफ करके राजस्थान की खराब कानून व्यवस्था पर जमकर सवाल उठाए। कांग्रेस प्रदेश सचिव गजेंद्र सांखला ने कहा- राजस्थान में 8 बजे बाद भी धड़ल्ले से शराब बिकती है। देर रात शराब बिकने से अपराध बढ़ रहे हैं। महिलाओं में इससे भय का माहौल पैदा होता है, वह अपने आप को असुरक्षित महसूस करती हैं। 8 बजे बाद पुलिस के संरक्षण में शराब की दुकानें खुलती हैं और अपराधियों का बोलबाला होता है पुलिस को इन पर अंकुश लगाना चाहिए।

सांखला ने कहा कि शासन इस तरह का होना चाहिए जैसे उत्तर प्रदेश में सरकार रिपीट हुई है तो वह कानून व्यवस्था में मजबूती से हुई है। यूपी में भयमुक्त वातावरण दिया था, कानून व्यवस्था मजबूत थी इसलिए वहां सरकार रिपीट हुई।यूपी की सरकार रिपीट होने का सबसे बड़ा कारण बेहतरीन कानून व्यवस्था थी।

सीएम से शिकायत करके क्या बिगाड़ लिया?
कांग्रेस नेता नईमुद्दीन गुड्डू ने कहा कि मेरे क्षेत्र में जो एसडीएम लगा हुआ है। वह आरएसएस का आदमी है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैंने मुख्यमंत्री से उस एसडीएम को हटाने के लिए कहा था। मुझसे मुख्यमंत्री ने हां भी कही थी। आज 20 दिन हो गए, लेकिन वह एसडीएम वहीं पर लगा हुआ है। अब वह एसडीएम मुझे किसी के जरिए मैसेज करवा रहा है कि मुख्यमंत्री से शिकायत करवा मेरा क्या बिगाड़ दिया? मैं तो यहीं पर हूं। जब इस तरह के हालात होंगे तो ग्राउंड पर बैठा कार्यकर्ता क्या महसूस करता होगा। जब मेरी यह हालत है तो ग्रासरूट स्तर के कार्यकर्ता की क्या हालत होगी?

जिस अफसर को हटाया उसे वापस मेरे ही जिले में लगा दिया
यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और डूंगरपुर के विधायक गणेश घोघरा ने कहा कि जिस अफसर को ट्रांसफर करके जोधपुर भेजा गया उसे फिर से वही लगा दिया गया है। अगर इस तरह से ब्यूरोक्रेसी हमारे विधायक और जनप्रतिनिधियों के साथ मिस बिहेव करती रहे। उन अफसरों को वापस वहीं पर लाकर पोस्टिंग दे दी जाए तो क्या मैसेज जाएगा।

ब्यूरोक्रेसी सरकार के काम पर बट्टा लगा रही
प्रतापगढ़ विधायक रामलाल मीणा ने कहा कि हमारे जनप्रतिनिधि और हम तो काम कर रहे हैं, लेकिन ब्यूरोक्रेसी सरकार की छवि और सरकार के कामकाज पर बट्टा लगाने का काम कर रही है। ऐसे में आप समझ लीजिए सरकार रिपीट कैसे होगी।

कांग्रेस के अधिवेशन में दिन भर चर्चा के बाद सरकार को 16 सुझाव दिए गए हैं। कांग्रेस ने पेपर लीक मामलों के खिलाफ कार्रवाई का प्रावधान करने, नए जिले बनाने, बजट में व्यापारियों पर कोई नया टैक्स नहीं लगाने सहित 16 सुझाव दिए हैं।

इनमें आने वाले बजट में रसोई गैस की कीमतों में कमी की जाए, युवाओं के लिए रोजगार के अधिक से अधिक अवसर पैदा करें, पेपर लीक करने वालों के खिलाफ कड़े से कड़े प्रावधान किए जाएं, इंदिरा रसोई की संख्या बढ़ाई जाए, मेडिकल और शिक्षा संस्थानों में सुविधाएं और बढ़ाई जाए, किसानों के फायदे की योजना का आकार दोगुना कर बढ़ाया जाए, उपकरण और सिंचाई यंत्र की संख्या बढ़ाई जाए, खाले और डिग्गी की संख्या और सब्सिडी बढ़ाई जाए, युवाओं के लिए भी ग्रामीण ओलिंपिक की तर्ज पर महोत्सव आयोजित किए जाएं, एससी एसटी के लिए और ज्यादा फंड दिया जाए, बारिश के कारण सड़कें खराब हुई है आने वाले बजट में भी सड़क निर्माण के लिए योजनाएं बनाएं, बजट में कोई नया कर नहीं लगाया जाए, सामाजिक सौहार्द कायम रहे इसके लिए कदम उठाएं, पब्लिक ट्रांसपोर्ट को और अधिक मजबूत किया जाए, प्रशासनिक इकाइयों की संख्या और बढ़ाई जाए, कृषि और घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को और अधिक राहत दी जाए, महंगाई से राहत के लिए लोक कल्याणकारी योजनाएं बनाई जाए, फ्लोराइड की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए बजट में योजनाएं अपरा योजना का प्रावधान किया जाए।

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