जयपुर। प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था और महिला अत्याचार के खिलाफ भाजपा शरिवार को सड़कों पर उतरी। भाजपा के सैंकड़ों नेताओं ने कार्यकर्ताओं-समर्थकों के साथ रैली निकालकर प्रदर्शन किया और गिरफ्तारियां दी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार के खिलाफ भाजपा का ये प्रदर्शन जयपुर में शहीद स्मारक से शुरू होकर सिविल लाईन्स फाटक तक रहा। फाटक पर पहुंचकर नेताओं-कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी और इसके बाद प्रदर्शन खत्म हो गया।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया के नेतृत्व में शहीद स्मारक पर प्रदर्शन शुरू हुआ, जहां से सैंकड़ों भाजपा नेता और कार्यकर्ता रैली निकालते हुए सिविल लाईन्स फाटक तक पहुंचे। गवर्मेंट हॉस्टल चौराहा, सरदार पटेल मार्ग, चौंमू हाउस सर्किल, राजमहल चौराहे होते हुए सिविल लाईन्स फाटक तक पहुंची। रैली में डॉ पूनिया के अलावा प्रतिपक्ष नेता गुलाब चंद कटारिया, राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ.अरुण चतुर्वेदी, सांसद रामचरण बोहरा, अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी, करौली-धौलपुर सांसद मनोज राजोरिया सहित पार्टी के कई पदाधिकारी शामिल हुए। यहां पहुंचने के बाद कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हुई, लेकिन आधे घंटे तक चले इस प्रदर्शन और नारेबाजी के बाद कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी। डॉ.पूनिया सहित सभी नेताओं को पुलिस ने 4 बसों में बैठाकर विद्याधर नगर थाने ले गए और वहां से छोड़ दिया।
सिविल लाइन्स फाटक से करीब 100 मीटर दूरी पर पुलिस ने 2 लेयर सिक्योरिटी कर रखी थी। लेकिन कार्यकर्ताओं की भीड़ और भगदड़ के चलते पुलिस के जवान पहली लेयर की सिक्योरिटी से कार्यकर्ताओं को रोकने में फेल हो गए। यहां कार्यकर्ताओं ने बेरिकेट्स को हटाकर आगे बढ़ गए। इसके बाद फाटक से 20 मीटर दूर दूसरे लेयर की बेरिटकेटिंग पर पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच मामूली झड़प हो गई। लेकिन पुलिस ने कार्यकर्ताओं को यहां से आगे नहीं बढऩे दिया। यहां करीब आधा घंटे तक कार्यकर्ता और पदाधिकारी नारेबाजी करते रहे, जिसके बाद पुलिस ने करीब 200 नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
प्रदर्शन के दौरान तेज गर्मी और उमस से कई नेताओं के पसीने छूट गए। गर्मी से बेहाल हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया को प्रदर्शन स्थल पर ही पुलिस और कार्यकर्ताओं ने संभाला और उनकी शर्ट को उतारकर उनको हवा की। इसके बाद राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने उन्हें पानी पिलाया, तब जाकर कटारिया को थोड़ी राहत मिली। ऊमस का हाल यह रहा कि रैली में कार्यकर्ताओं की ज्यादा भीड़ भी नहीं जुट पाई। भाजपा के लोग जहां 5 हजार लोगों की भीड़ बता रहे हैं, वहीं सुरक्षा एजेंसियों का अनुमान है कि प्रदर्शन में करीब 1500 लोगों की भीड़ ही जुट पाई।
इस प्रदशज़्न में पूर्व सीए राजे के गुट के माने जाने वाले कई नेताओं ने खुद को दूर रखा। इसमें कई मौजूद और पूर्व विधायक व पदाधिकारी थे। जयपुर नगर निगम ग्रेटर की महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर, सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी, मालवीय नगर विधायक कालीचरण सराफ, विद्याधर नगर विधायक नरपत सिंह राजवी, पूर्व विधायक राजपाल सिंह शेखावत, मोहनलाल गुप्ता, कैलाश वर्मा, लक्ष्मी नारायण बैरवा, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी सहित कई नेता इस प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए। इसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी अभी तक दूर नहीं हो पाई है।