जयपुर

खंडीय लेखाधिकारी से मिली आय से अधिक संपत्तियां भारी

एसीबी ने आय से 200 गुना अधिक परिसंपत्तियों का खुलासा किया

जयपुर। एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर एसीबी की इंटेलिजेंस इकाई ने विकसित सूत्र सूचना पर बुधवार को कोटपूतली के सार्वजनिक निर्माण विभाग, कार्यालय अधिशाषी अभियंता के खंडीय लेखाधिकारी महिपाल सिंह के जयपुर और कोटपूतली के तीन विभिन्न ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया गया। अभियान के बाद एसीबी ने खुलासा किया है कि महिपाल सिंह के पास वैद्य आय से 200 प्रतिशत अधिक परिसंपत्तियां मिली है।

एसीबी के महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया कि खंडीय लेखाधिकारी महिपाल सिंह के खिलाफ सूत्रों से शिकायतें मिली थी। सूत्रों से मिली सूचना को विकसित कर सत्यापन किया गया और इसके बाद आय से अधिक परिसंपत्तियां अर्जित करने का मामला दर्ज किया गया। इसके बाद एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, जयपुर ग्रामीण आहद खान को अनुसंधान अधिकारी बनाया गया। बुधवार सुबह एसीबी की जयपुर ग्रामीण, नगर तृतीय और इंटेलिजेंस यूनिट के सहयोग से टीमों का गठन कर अलसुबह महिपाल के 3 ठिकानों पर तलाशी की कार्रवाई की गई।

भ्रष्ट अधिकारी के घर मिला खजाना
ब्यूरो की प्रथम सूचना रिपोर्ट के प्राथमिक आंकलन और अब तक मिले दस्तावेजों के अनुसार महिपाल द्वारा 2.63 करोड रुपए की परिसंपत्तियां अर्जित करने का अनुमान है, जो उसकी वैद्य आय से 200 गुना अधिक है। आरोपी अधिकारी द्वारा अपनी अवैद्य आय को जयपुर-कोटपूतली में आवासीय, व्यावसायिक भूखंडों, फ्लैटों, म्यूचुअल फंड, इंश्योरेंस आदि में निवेश का पता चला है। आरोपी के जयपुर स्थित मकान से 10.23 लाख की नकदी, 1 किलोग्राम के सोने के बिस्कुट, 372 ग्राम सोने के आभूषण, दो लग्जरी वाहनों समेत काफी मात्रा में चल-अचल परिसंपत्तियों दस्तावेज मिले हैं। आरोपी के कोटपूतली स्थित कार्यालय एवं आवास की तलाशी में दो स्टोन क्रेशर, खनन लीज के दस्तावेज और बैंक लॉकर होने का भी पता चला है। एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन के निर्देशन में एसीबी की विभिन्न टीमें आरोपी के अन्य ठिकानों की तलाशी ले रही है। तलाशी में कई अन्य परिसंपत्तियों के खुलासे होने की संभावना है।

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