खेल मंत्री और राजस्थान क्रीडा परीषद के बीच टकराव का नतीजा इस्तीफे का मैसेज
जयपुर। एक दिन पूर्व खेल मंत्री अशोक चांदना ने सोशल मीडिया पर इस्तीफे की धमकी दी और उसके अगले दिन मुख्यमंत्री ने बयान दिया कि ग्रामीण ओलंपिक में 30 लाख से अधिक खिलाड़ी खेलेंगे, इसको लेकर चांदना दबाव में आ गए होंगे। इस्तीफे की धमकी और मुख्यमंत्री के बयान ने राजनीतिक हलकों में नई चर्चा छेड़ दी है कि क्या यह खेल मंत्री अशोक चांदना और राजस्थान क्रीडा परिषद की की अध्यक्ष कृष्णा पूनिया के बीच वर्चस्व की लड़ाई तो नहीं है।
जानकारों का कहना है कि ग्रामीण खेलों के आयोजन कि लिए करोड़ों का बजट आएगा। खेल मंत्री अशोक चांदना खेलों के आयोजन में अपना पूरा हस्तक्षेप रखना चाहते हैं, लेकिन कृष्णा पूनिया को क्रीडा परिषद का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद खेलों के आयोजन में उनका हस्तक्षेप समाप्त सा हो गया है। खेलों के आयोजन से संबंधित सभी जिम्मेदारियां अब क्रिडा परिषद की है। चांदना के हाथ में तो सिर्फ खेलों से संबंधित पॉलिसियां बनाना भर रहा गया है। सूत्रों का कहना है कि वर्चस्व की लड़ाई के चलते पिछले कुछ समय से दोनों के बीच टकराहट बढ़ी हुई है।
इस समय यह ट्वीट क्यों आया सामने
अशोक चांदना ने अचानक यह ट्वीट कर प्रदेश की राजनीति में हड़कंप क्यों मचाया? इसके पीछे जानकारों का कहना है कि क्रीडा परिषद अध्यक्ष की नियुक्ति से पूर्व खेलों के आयोजन में मंत्री चांदना का पूरा हस्तक्षेप रहा था। कुछ ही समय में प्रदेश में ग्रामीण खेलों का आयोजन होने वाला है और चांदना इस्तीफे की धमकी के साथ दबाव बनाना चाहते होंगे कि ग्रामीण खेलों की आयोजन समिति में उनका पूरा—पूरा हस्तक्षेप हो, जबकि खेलों के आयोजन की समस्त जिम्मेदारी क्रीडा परिषद की है। क्रीडा परिषद यह चाहेगा कि खेलों का पूरा आयोजन उनकी निगरानी में हो और इसमें मंत्री का कोई हस्तक्षेप नहीं हो।
इशारों में बता दिया इस्तीफे की धमकी का राज
मुख्यमंत्री अशोग गहलोत से शुक्रवार सुबह पत्रकारों ने चांदना के इस्तीफे के संबंध में सवाल पूछा तो उन्होंने इशारों—इशारों में इस्तीफे की धमकी का कारण बता दिया।उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष भी प्रदेश में बड़े स्तर पर ग्रामीण ओलंपिक का आयोजन किया गया था। इस वर्ष भी ग्रामीण ओलंपिक का आयोजन होगा, जिसमें 30 लाख से अधिक खिलाड़ी खेलेंगे। कबड्डी हो वॉलीबॉल हो कई तरह के गेम्स इसमें होंगे। सीएम गहलोत ने कहा कि बड़ा आयोजन है, मुझे लगता है वह टेंशन में आ गए हैं। चांदना की बात को ज्यादा गंभीरता से नहीं लेना चाहिए वह दबाव में काम कर रहे हैं। उनके पास ज्यादा काम आ गया है। गहलोत ने कहा कि हालांकि अभी मेरी उनसे बात नहीं हुई है, उनसे बात कर लेंगे लेकिन वह टेंशन में हैं।