महात्मा गांधी दर्शन संग्रहालय का भी होगा शिलान्यास
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को सेंट्रल पार्क में महात्मा गांधी जयंती पर महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ गवर्नेंस एंड सोशियल साइंसेज का लोकार्पण और महात्मा गांधी दर्शन संग्रहालय का शिलान्यास करेंगे। कार्यक्रम नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री शांति धारीवाल की अध्यक्षता में आयोजित किया जाएगा।
गहलोत द्वारा वर्ष 2021 में सेन्ट्रल पार्क जयपुर परिसर में स्थित राजकीय भूमि पर महात्मा गांधी दर्शन म्यूजियम बनाने की घोषणा की थी। इस म्यूजियम को पूर्व में संचालित लक्ष्मी विलास होटल की भूमि पर इस प्रकार से नियोजित किया गया है कि इस म्यूजियम का कार्य पूर्ण होने पर ना सिर्फ परियोजना साइट की अपितु सम्पूर्ण नजदीकी क्षेत्र की ईको वेल्यू यानि पर्यावरण मूल्य में अभिवृद्धि होगी।
मुख्य रूप से गांधी जी की विरासत और स्वतंत्रता संग्राम के मुख्य आंदोलनों को इस म्यूजियम में आभासी तौर पर पुनर्जीवित किया जाएगा, जिससे की दर्शक विशेषकर देश की युवा पीढ़ी स्वतंत्रता संग्राम की मुख्य घटनाओं व गांधी जी के जीवन, दर्शन-मूल्यों का अनुभव कर उन्हें आत्मसात कर सके। विरासत वाले भाग को भूतल के ऊपर प्रस्तावित किया गया है और अतीत के आंदोलन, घटना आदि को भूमिगत तल पर रखा गया है। आज हमारा देश जिस मुकाम पर है उस तक पहुंचने में गांधी जी और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष से युवाओं में जुडाव पैदा करना भी इस प्रोजेक्ट का एक मुख्य उददेश्य है।
इसका निर्माण लगभग 16000 वर्गगज क्षेत्र में 30 प्रतिशत से भी कम क्षेत्र में किया जाएगा और सम्पूर्ण क्षेत्र में 1000 से अधिक पेड-पौधे लगाकर इस क्षेत्र को एक घने वृक्षों के झुरमुट, प्राकृतिक स्थल के रूप मे विकसित किया जाएगा।
गांधी दर्शन म्यूजियम में गांधीजी की विरासत से संबंधित वस्तुओं का प्रत्यक्ष प्रदर्शन किया जाएगा और गांधी जी के जीवन से जुड़े मुख्य आंदोलनों यथा दक्षिणी अफ्रीका में सत्याग्रह प्रयोग, चपांरन आंदोलन, खिलाफत आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन सहित अन्य आंदोलनों को नई तकनीक के जरिए इस तरह से दर्शाया जाएगा जिससे युवा दर्शक इन आंदोलनों एवं घटनाओं को अनुभव कर सके।
इसके अलावा बजट घोषणा की क्रियान्विति में गहलोत महात्मा गांधी इंसटीट्यूट ऑफ गवर्नेन्स एण्ड सोशियल साइंसेज का शुभारम्भ करेंगे। सेंट्रल पार्क में ही महात्मा गांधी इंसटीट्यूट ऑफ गवर्नेन्स एण्ड सोशियल साइंसेज स्थापित किया गया है। इंस्टीट्यूट के लिए पार्क परिसर में स्थित कनक भवन को एक माह से कम समय में आवश्यकतानुसार पुन:उपयोग के लिए तैयार किया गया है।
भवन में इंसटीट्यूट के प्रशासन संबंधी कार्यों के लिए डायरेक्टर कक्ष, रजिस्ट्रार कक्ष, ऑफिस, रिसेप्शन हॉल की व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त सेमिनार हॉल, लाइब्रेरी, शोधार्थियों के लिए पृथक से कक्ष निर्धारित किए गए हैं। इंसटीट्यूट परिसर में लगभग 80 प्रतिशत क्षेत्र में सुन्दर पौधे लगाकर उद्यान विकसित किया गया है।