जयपुर

जयपुर में ड्रग इंस्पेक्टर 5 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार, पूछताछ में रिश्वत की रकम उपर तक बंटने की बात कबूली

जयपुर। एसीबी ने शुक्रवार को जयपुर में कार्रवाई करते हुए एक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की एक ड्रग इंस्पेक्टर को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार ड्रग इंस्पेक्टर ने पूछताछ में एसीबी को बताया है कि रिश्वत की यह रकम उपर तक बंटने की बात बताई है। ऐसे में अब एसीबी उपर के अधिकारियों के काले चिट्ठे खोलने में जुट गई है।

एसीबी के महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया कि मेडिकल स्टोर चलाने वाले एक परिवादी ने एसीबी की विशेष अनुसंधान इकाई को शिकायद दी थी कि मेडिकल स्टोर के किए गए निरीक्षण में कोई कमी नहीं निकालने के लिए औषधि नियंत्रक संगठन की ड्रग इंस्पेक्टर सिंधु कुमारी द्वारा 10 हजार रुपए की रिश्वत मांग कर परेशान किया जा रहा है।

विशेष अनुसंधान इकाई की ओर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बजरंग सिंह शेखावत के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन कराया गया और पुलिस निरीक्षक प्रिया व्यास के नेतृत्व में ट्रेप की कार्रवाई कर सिंधु कुमारी को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों​ गिरफ्तार कर लिया गया। सत्यापन के दौरान सिंधु कुमारी परिवादी से 5 हजार रुपए पूर्व में ले चुकी थी।

एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन के नेतृत्व में सिंधु कुमारी से पूछताछ की जा रही है। जानकारी के अनुसार सिंधु कुमारी ने पूछताछ में बताया है कि रिश्वत की रकम उपर तक बंटती है। ऐसे में एसीबी उपर के अधिकारियों के काले कारनामों की जानकारी करने में जुट गई है।

झालावाड़ में वनपाल गिरफ्तार
उधर एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर झालावाड़ इकाई द्वारा झालावाड़ के बकानी वन मंडल के वनपाल मुरली मनोहर शर्मा को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। वनपाल द्वारा परिवादी के ट्रेक्टर ट्रॉली को वन अधिनियम के तहत जप्त नहीं करने और परेशान नहीं करने के एवज में 5 हजार रुपए की मासिक बंधी मांगी जा रही थी। उल्लेखनीय है कि वनपाल के पास क्षेत्रीय वन अधिकारी का भी अतिरिक्त प्रभार मिला हुआ था।

Related posts

छोटे-बड़े सब के लिए एक ही कानून हैः 10 बज गये माइक बंद, जनता के हाथ जोड़कर चले गए सीएम भजनलाल

Clearnews

पैरा टीचर्स (Para Teachers) की संयुक्त संघर्ष समिति (Joint struggle Committee) ने दिया जयपुर में धरना (sit-in), कहा कि नियमित नहीं होने तक धरने पर डटे रहेंगे

admin

राजस्थान वित्त निगम के प्रबंधक का गजब वित्तीय प्रबंधन, आय से 758 प्रतिशत अधिक निकली परिसंपत्तियां

admin