नयी दिल्ली। देश के प्रमुख औद्योगिक समूह टाटा ग्रुप की अधिकांश कंपनियों के शेयर इस साल उल्लेखनीय तेजी के साथ ऊपर उठे हैं। इस कैलेंडर वर्ष में ग्रुप का कुल बाजार पूंजीकरण करीब 3.77 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 31.65 लाख करोड़ रुपये हो गया है। ग्रुप की 12 कंपनियों के शेयरों में 25% से लेकर 120% तक का उछाल देखा गया है, जिनमें से शीर्ष आठ कंपनियों के शेयरों में 50% से अधिक की वृद्धि हुई है। टाटा ग्रुप का कुल बाजार मूल्यांकन 400 अरब डॉलर से अधिक है, जो कि पाकिस्तान की 338 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था से कहीं बड़ा है। इसका मतलब है कि अकेला टाटा ग्रुप पाकिस्तान की पूरी अर्थव्यवस्था पर भारी पड़ता है।
टाटा ग्रुप की एफएमसीजी कंपनी ट्रेंट के शेयरों ने इस साल सबसे अधिक 121% की बढ़त दर्ज की है, जिसकी कीमत 3,056 रुपये से बढ़कर 6,750 रुपये हो गई। वहीं, ग्रुप की हॉस्पिटैलिटी कंपनी द इंडियन होटल्स कंपनी (IHCL) के शेयरों में 78% की वृद्धि हुई है, और इसकी कीमत 438 रुपये से बढ़कर 779 रुपये तक पहुंच गई। इलेक्ट्रॉनिक उपकरण निर्माता वोल्टास के शेयरों में इस साल 68% की तेजी आई है, जिससे इसकी कीमत 978 रुपये से बढ़कर 1,649 रुपये हो गई। इसी तरह, टीआरएफ के शेयरों में भी 64% की बढ़त देखी गई, और इसका मूल्य 253 रुपये से बढ़कर 416 रुपये हो गया।
निवेशकों को बड़ा फायदा
टाटा ग्रुप की अन्य कंपनियों में भी निवेशकों को अच्छा लाभ मिला है। ऑटोमैटिक स्टैंपिंग्स एंड असेंबलीज के शेयर इस साल जनवरी से अब तक 62% बढ़े हैं, जिसकी कीमत 420 रुपये से बढ़कर 680 रुपये हो गई। इसी तरह, टाटा इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन के शेयरों में 56% की वृद्धि हुई है, और इसकी कीमत 4,283 रुपये से बढ़कर 6,679 रुपये तक पहुंची। तेजस नेटवर्क का शेयर भी 54% चढ़कर 869 रुपये से 1,337 रुपये हो गया है। इसके अलावा, ऑटोमोबाइल कॉरपोरेशन ऑफ गोवा के शेयरों में 53% की तेजी आई है, और इसका मूल्य 1,423 रुपये से बढ़कर 2,176 रुपये हो गया है।
यह तेजी न केवल टाटा ग्रुप के व्यापक विस्तार और सफलता को दर्शाती है, बल्कि निवेशकों को भी शानदार मुनाफा देने में सफल रही है।