आर्ट के विभिन्न रंगों से सराबोर हुआ जेएलएफ
जयपुर। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएलएफ) में आने वाले मेहमान पारम्परिक कला के विभिन्न रंगों से सराबोर हुए। शनिवार को फेस्टिवल में विजिट करने वाले देशी विदेशी डेलिगेट्स ने पपेटरी कला, मिनिएचर पेन्टिंग और लाख वर्क वर्कशॉप्स में हिस्सा लिया। राजस्थान स्टूडियो द्वारा प्रदेश की ऑथेंटिक पारम्परिक कला का एक्सपीरियंस प्रदान करने के लिए विशेष रूप से इन वर्कशॉप्स का निःशुल्क आयोजन कराया जा रहा है। आर्ट वर्कशॉप्स के ऑफिशियल पार्टनर के तौर पर राजस्थान स्टूडियो इस वर्ष जेएलएफ से जुडा है।
इस अवसर पर देशी विदेशी मेहमानों ने ना केवल कला वर्कशॉप में भाग लिया बल्कि उनके द्वारा बनाये गए आर्ट पीस को राजस्थान स्टूडियो द्वारा यादगार के तौर पर उन्हें दिया गया। वर्कशॉप में जयपुर के प्रसिद्ध पपेटरी आर्टिस्ट पप्पू भाट उनकी धर्मपत्नी सुमित्रा देवी एवं पुत्र लखन, मिनिएचर पेन्टिंग आर्टिस्ट आशाराम मेघवाल एवं पुत्री अन्नू श्री और लाख वर्क आर्टिस्ट आवाज़ मोहम्मद, उनकी पुत्री गुलरख सुल्ताना एवं पुत्र परवेज मोहम्मद ने कला प्रेमियों को संबंधित कला के बारे में जानकारी भी दी।
राजस्थान स्टूडियो एवं रूफटॉप ऐप के संस्थापक एवं सीईओ कार्तिक गग्गर ने बताया कि जेएलएफ में आने वाले डेलिगेट्स के लिए रविवार को पपेटरी वर्कशॉप आयोजित होगी जबकि फ्रैण्ड्स ऑफ द फेस्टिवल के लिए राईस राईटिंग एवं पेपरमेशी वर्कशॉप्स का आयोजन किया जायेगा। इसी प्रकार ऑथर्स के लिए फेस्टिवल के पश्चात् 15 एवं 16 मार्च को मास्टर आर्टिस्ट के रेजिडेंस पर विशेष तौर पर वर्कशॉप का प्रावधान किया जायेगा।