गढ़ गणेश मंदिर पर रोप-वे की स्थापना के लिए बैठक
जयपुर। राजधानी के नाहरगढ़ अभ्यारण्य में वाणिज्यिक गगतिविधियों को रोकने का मामला सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी में चल रहा है, इस बीच सरकार ने इसी अभ्यारण्य में स्थित गढ़ गणेश मंदिर तक रोप वे बनाने की कवायद शुरू कर दी है। जयपुर जिला प्रशासन की ओर से कहा जा रहा है कि इसके लिए वन विभाग से सभी जरूरी अनुमतियां ली जा चुकी है, लेकिन जब तक सु्प्रीम कोर्ट व एनजीटी के फैसले नहीं आ जाते हैं, तब तक इन अनुमतियों पर तलवार लटकी रहने की संभावना है, क्योंकि रोप वे भी वाणिज्यिक गतिविधियों के तहत आता है।
जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित की अध्यक्षता में बुधवार को राजधानी के प्रसिद्ध गढ़ गणेश मंदिर पर रोप-वे निर्माण हेतु बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में गढ़ गणेश की गैटोर की छतरियों के पास पेसेन्जर सुविधा के लिये रोप-वे की स्थापना हेतु आवश्यक 0.4506 हैक्टेयर वन भूमि के प्रत्यावर्तन प्रस्ताव के संबंध में विचार-विमर्श किया गया।
जिला कलक्टर द्वारा वन विभाग की सैद्धांतिक स्वीकृति के अधीन रोप-वे की स्थापना के लिये आवश्यक वन भूमि का एफआरए अन्तर्गत प्रत्यावर्तन प्रमाण पत्र जारी किया गया।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं पदेन परियोजना अधिकारी (माड़ा) जसमीत सिंह सन्धू डीसीएफ-वाईल्ड लाइफ वन्यजीव जयपुर, उपायुक्त नगर निगम जयपुर हैरिटेज जोन हवामहल सहित अन्य पदाधिकारी गण उपस्थित रहे।