ईडी कार्यालय पहुंचे कराई शिकायत दर्ज, धरने पर बैठे
जयपुर। रीट पेपर लीक प्रकरण में विधानसभा में दिनभर हुए हंगामे के बीच राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने इस मामले को लेकर ईडी ऑफिस में शिकायत दर्ज कराई है। मीणा ने आरोप लगाया है कि रीट मामले में 400 करोड़ रुपए की धांधली हुई है। इसलिए यह मनी लॉड्रिंग का मामला बनता है। शिकायत दर्ज कराने के बाद वह मुख्यमंत्री से मिलने जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने इसकी इजाजत नहीं दी तो मीणा ईडी ऑफिस में ही धरने पर बैठ गए।
पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने सिर्फ छोटी मछलियों को पकड़ा है, लेकिन बड़े मगरमच्छ अभी पकड़ में नहीं आए हैं। ऐसे में सरकार को इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच करवाई जानी चाहिए। साथ ही, जिन लोगों ने रीट परीक्षा की तैयारी में हजारों रुपए खर्च किए हैं। उन्हें 15 हजार रुपए प्रति महीने के हिसाब से सरकार को भुगतान भी करना चाहिए।
मीणा ने कहा कि जिस तरह से पूरे मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं। जब यह मीडिया के जरिए सामने आ चुका है कि रीट का पेपर लाखों रुपए में बिका है तो यह मामला अब मनी लॉड्रिंग का हो जाता है। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच ईडी कर सकती हैं, इसलिए वह अपनी शिकायत लेकर ईडी ऑफिस पहुंचे हैं और शिकायत दर्ज कराई है। मीणा ने कहा कि ईडी अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि इस पूरे मामले की समीक्षा करेंगे। अगर मामला मनी लॉन्ड्रिंग का बनता है तो उसकी जांच की जाएगी। मीणा ने कहा कि मैंने इसकी शिकायत रीट अभ्यर्थियों के जरिए भी कराई है। मेरे साथ में दो अभ्यर्थी जिनमें से एक विधवा महिला है।
मीणा ने कहा कि अगर कांग्रेस सरकार को लगता है कि मैं पेपर लीक गिरोह से मिला हुआ हूं तो मेरे ऊपर कार्रवाई क्यों नहीं करती ? मुझसे पुलिस पूछताछ करे, मुझे गिरफ्तार कर ले। मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन मैं पुरजोर तरीके से लाखों अभ्यर्थियों के साथ हुई इस धोखाधड़ी का मामला उठाता रहूंगा।
मीणा ने कहा कि रीट मामले में सरकार ने सिर्फ छोटी मछलियों पर कार्रवाई की है। बड़ा मगरमच्छ डीपी जारौली अब भी पुलिस की पकड़ से दूर है, जिसे सरकार ने ही भूमिगत कर दिया है। एसओजी ने अब तक एक करोड़ से ज्यादा की राशि जब्त की है। इसे पेपर खरीदने के लिए मनी ट्रांसफर किया गया था।
मीणा ने कहा कि रीट ने सिर्फ अभ्यर्थियों की ही नहीं बल्कि झुंझुनू की मनीषा का भी सब कुछ छीन लिया है। रीट के लिए पेपर ले जाते वक्त मनीषा के पति रामनिवास जाट की सड़क हादसे में मौत हो गई। अब बेसहारा मनीषा इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से मिलना चाहती है। मुख्यमंत्री समय नहीं दे रहे हैं।
झुंझुनूं की मनीषा ने बताया कि 22 सितंबर को उसके पति रामनिवास जाट रीट का पेपर कंटेनर से लेकर जा रहे थे। तभी हादसे का शिकार हो गए। अब वह इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रही है। मनीषा ने कहा कि रीट ने उनका सब कुछ छीन लिया। पति की मौत के बाद घर में दो वक्त के खाने का जुगाड़ कर पाना भी मुश्किल है। ऐसे में सरकार जल्द से जल्द हमें आर्थिक सहायता देनी चाहिए ताकि मैं अपने बेटे का पालन पोषण कर सकूं।