जयपुर

भाजपा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने दी राजस्थान पुलिस को चेतावनी, कहा ‘रोक सको तो रोक लो’

मीणा को पुलिस ने रोका तो पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह हुए नाराज, बोले- कोई आतंकवादी नहीं है

जयपुर। दौसा जिले में पानी की समस्या को लेकर सिविल लाइंस में पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह से मिलने पहुंचे भाजपा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा को पुलिस ने बैरिकेडिंग पर रोक लिया। पुलिस के इस रवैए पर डॉ.मीणा ने नाराजगी जताई और कहा कि सरकार बार बार उन्हें मानसिक प्रताड़ना दे रही है। उन्होंने बयान जारी कर पुलिस को चेतावनी दी कि पुलिस इस दमन की प्रवृत्ती को छोड दे, नहीं तो पुलिस कितनी भी व्यवस्था कर ले, आगे जब भी मैं सिविल लाइंस जाउंगा, मैं बेरिकेट भी हटाउंगा और आपकी सुरक्षा को भी चुनौति दूंगा।

बुधवार को मीणा दौसा जिले के प्रभारी विश्वेंद्र सिंह के घर गए तो पुलिस ने घेर लिया। बेरीकेडेट्स लगा दिए। पुलिस ने मीणा को सिविल लाइंस के अंदर जाने से रोका। बड़ी जद्दोजहद के बाद उन्होंने पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह से मुलाकात की। दौसा की पेयजल समस्या को लेकर चर्चा की।

पुलिस की कार्यशैली से नाराज पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि डॉ. किरोड़ी कोई आतंकवादी नहीं है। पुलिस को उनसे इतना क्या डरने की जरूरत है। विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि मंत्री के घर के बाहर छावनी बना दी गई। जो की गलत बात है। ये बर्दाश्त से बाहर है। भाजपा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा से मिलने के बाद खुद पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह उनको छोड़ने के लिए सिविल लाइन के नुक्कड़ तक गए।

इस घटना के बाद किरोड़ीलाल मीणा ने बयान जारी कर नाराजगी जताई और कहा कि पुलिस का रवैया ठीक नहीं है। पुलिस की कार्यशैली से वह आहत है और अब वे पुलिस को खुला चैलेंज भी देते हैं वे कहीं भी जाएंगे रोक सको तो रोक लो। वे एक सांसद है, जिम्मेदार नागरिक है। ऐसी स्थिति में पुलिस उन्हें कहीं भी आने जाने से नहीं रोक सकती। राजस्थान सरकार मुझे मानसिक रूप से टार्चर कर रही है। यह मेरा अपमान है। लोकतंत्र में ऐसा नहीं होना चाहिए। सरकार ने मेरे लिए इमरजेंसी जैसा माहौल खड़ा कर दिया है। मैने मुख्यमंत्री से भी अपील की है कि इस प्रवृत्ती को रोकें, यह चलने वाला नहीं है।

Related posts

देश के सम्मानीय न्यूरोलॉजिस्ट (Neurologist) पद्मश्री डॉ. अशोक पानगड़िया (Dr. Ashok Pangariya) को कोरोना ने हमसे छीना, उनके निधन के समाचार से देश भर में शोक की लहर

admin

आयोजना राज्य मंत्री का हिन्दी दिवस पर संदेश

admin

कोटा-झालावाड़ के प्राचीन मंदिर समूहों का मूल स्वरूप बिगाड़ने का मामला पहुुंचा उच्च न्यायालय, चीफ जस्टिस की बैंच ने दिए जांच के आदेश, 31 मार्च तक पेश करना होगा पुरातत्व विभाग राजस्थान को जवाब

admin