राजनीति

राजस्थान: मीराबाई पर बयान देकर विवादों में घिरे केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, राजपूत समाज ने माफी की मांग की

जयपुर। केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने भक्त शिरोमणि मीराबाई पर दिए अपने बयान से विवाद खड़ा कर दिया है। उनके इस बयान के बाद राजपूत समाज में भारी आक्रोश है। समाज के विभिन्न संगठनों ने उनके बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए माफी की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी गई है कि यदि मंत्री ने माफी नहीं मांगी, तो देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा।
क्या था विवादित बयान?
अर्जुनराम मेघवाल ने 23 दिसंबर को सीकर जिले के पिपराली स्थित श्रीश्याम गौशाला के स्थापना दिवस समारोह में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में मीराबाई के जीवन के बारे में कहा, “मीरा मेड़ता में जन्मी, शादी चित्तौड़ में हुई। ऐसा कहा जाता है कि उनके पति ने उन्हें परेशान किया। लेकिन ऐसा नहीं है। मीरा के पति एक साल जीवित रहे और खानवा के युद्ध में उनकी मृत्यु हो गई। उनके देवर ने मीरा से शादी करने का प्रस्ताव रखा, जिससे विवाद शुरू हुआ।”
यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और राजपूत समाज ने इसे ऐतिहासिक तथ्यों का विकृतिकरण बताते हुए आपत्ति जताई।
राजपूत समाज का विरोध
राजपूत समाज के विभिन्न संगठनों ने इस बयान को इतिहास और समाज की गरिमा पर हमला बताया है। युवा शक्ति संयोजन के शक्ति सिंह बांदीकुई ने इसे मनगढ़ंत और आपत्तिजनक करार देते हुए कहा कि “यह बयान हमारे आदर्शों और परंपराओं का अपमान है।” शक्ति सिंह ने कहा कि मीराबाई के पति कुंवर भोजराज की मृत्यु खानवा के युद्ध में नहीं हुई थी, बल्कि शादी के सात साल बाद हुई थी। मंत्री के बयान को उन्होंने ऐतिहासिक तथ्यों के विपरीत बताया।
मीराबाई के मंदिर में माफी की मांग
रामस्नेही संप्रदाय, क्षत्रिय युवक संघ, करणी सेना सहित अन्य संगठनों ने मंत्री के बयान की निंदा की। शक्ति सिंह बांदीकुई ने कहा, “केंद्रीय मंत्री को नागौर के मेड़ता स्थित मीराबाई मंदिर में जाकर नाक रगड़कर माफी मांगनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो समाज उन्हें माफ नहीं करेगा।”
पूर्व मंत्री खाचरियावास की प्रतिक्रिया
पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “मीराबाई श्रीकृष्ण की परम भक्त थीं। उनके जीवन पर अपमानजनक टिप्पणी करना न केवल समाज, बल्कि देश की संस्कृति और भक्ति पर भी हमला है। मंत्री ने महापाप किया है।”
आंदोलन की चेतावनी
राजपूत समाज ने स्पष्ट किया है कि यदि मंत्री ने सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी, तो देशव्यापी उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा। उनका कहना है कि मीराबाई के जीवन और उनकी भक्ति पर इस तरह के बयान को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यह विवाद अब गंभीर होता जा रहा है, और देखना होगा कि अर्जुनराम मेघवाल इस पर क्या रुख अपनाते हैं।

Related posts

‘पीछे से हमला नहीं करता…पाकिस्तान को बता दिया था’: एयर स्ट्राइक पर बोले मोदी

Clearnews

निकाय चुनावों का भाजपा करेगी सुप्रीम कोर्ट में विरोध

admin

नई भूमिका को तैयार सचिन पायलट, बस आलाकमान से संकेत मिलने का है इंतजार

Clearnews