जयपुर

राजस्थान में कोरोना वैक्सीन का आंकड़ा पहुंचा 10 करोड़

चिकित्सा मंत्री ने की स्वास्थ्य कार्मिकों की सराहना, आमजन का भी जताया आभार

जयपुर। राजस्थान में अब तक 10 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है। चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने प्रदेश भर में 10 करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन डोज लगाने पर चिकित्सा कार्मिकों व पैरामेडिकल स्टाफ को बधाई देकर उनके द्वारा किए कार्य की प्रशंसा की है। उन्होंने कोरोना महामारी से लड़ने में आमजन के सहयोग को भी सराहा।

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में अब तक 98.4 प्रतिशत लोगों को प्रथम व 84 फीसद से अधिक लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं। रविवार शाम तक 10 करोड़ 10 हजार 389 वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 18 वर्ष अधिक आयु वर्ग के 9 करोड़ 33 लाख, 6 हजार 537, 15 से 18 आयु वर्ग के 53 लाख, 33 हजार 725 और 13 लाख 73 हजार 127 को प्रिकॉशन डोजेज दी जा चुकी है।

मीणा ने कहा कि राजस्थान कोरोना प्रबंधन के बाद कोरोना वैक्सीनेशन में भी देश के अन्य राज्यों में शुमार रहा है। यहां के स्वास्थ्य कार्मिकों ने अपनी जान की परवाह किए बिना आमजन को सुरक्षा कवच उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी निभाई है।

20 से ज्यादा जिलों में शत प्रतिशत लोगों को लगी प्रथम डोज
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश के 5 करोड, 6 लाख, 72 हजार 654 लोगों को वैक्सीन की प्रथम डोज व 4 करोड़, 26 लाख, 33 हजार 883 को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं। उन्होंने बताया कि प्रतापगढ़, कोटा, जयपुर प्रथम व द्वितीय, बूंदी, सवाईमाधोपुर, अलवर, सीकर सहित 20 से ज्यादा जिलों में शत-प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन की प्रथम डोज लगाई जा चुकी है। प्रिकॉशन डोज में भी राजस्थान छठे स्थान पर है जहां 53.9 प्रतिशत लोगों को प्रिकॉशन डोज लगाए जा चुके हैं।

देश भर में राजस्थान 7वें पायदान पर
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन के मामले में राजस्थान देश के अन्य राज्यों के मुकाबले बेहतर स्थिति में है। देश के कुछ राज्य यह अनूठी उपलब्धि हासिल कर सके हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, बिहार, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु के बाद राजस्थान सातवें पायदान पर है, जहां इतनी बड़ी तादाद में वैक्सीनेशन किया गया है।

प्रतापगढ़ में लगी शत-प्रतिशत लोगों को दोनों डोज
मीणा ने कहा कि जिन जिलों में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन नहीं हुआ है वहां अभियान चलाकर और लोगों को जागरुक कर वैक्सीनेशन किया जाएगा। राज्य में प्रतापगढ़ ऐसा जिला रहा है, जहां शत प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं। अन्य जिले भी प्रतापगढ़ मॉडल को अपनाकर वैक्सीनेशन का कार्य करेंगे। वर्तमान में 44.5 लाख से ज्यादा वैक्सीन का भंडारण राज्य सरकार के पास है।

गत वर्ष 16 जनवरी से हुई वैक्सीनेशन की शुरुआत
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश में 16 जनवरी 2021 से 167 सत्र स्थलों पर हैल्थ केयर वर्कर्स के वैक्सीनेशन से टीकाकरण का आगाज किया गया। 2 फरवरी 2021 से फ्रन्टलाइन वर्कर्स और 1 मार्च 2021 से 60 वर्ष से अधिक आयु तथा 45 से 59 वर्ष तक की आयु के व्यक्ति, जो किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित है, का वैक्सीनेशन प्रारम्भ किया गया। उन्होंने बताया कि 1 अप्रैल 2021 से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों का वैक्सीनेशन प्रारम्भ किया गया।

100 करोड़ रुपए खर्च कर मंगाई वैक्सीन डोज
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल पर 1 मई, 2021 से 18 से 44 वर्ष तक की आयु के सभी व्यक्तियों का कोविड वैक्सीनेशन निःशुल्क प्रारम्भ किया गया। राजस्थान सरकार द्वारा 101 करोड़ रूपए राशि की वैक्सीन खरीद कर प्रदेशवासियों की जान बचाई। इसके बाद भारत सरकार ने 21 जून 2021 से 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों का टीकाकरण निःशुल्क शुरू किया गया था।

प्रधानमंत्री को भी माननी पड़ी मुख्यमंत्री की सलाह
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा प्रधानमंत्री को 18 वर्ष से कम उम्र व 60 वर्ष से अधिक आयु के लाभार्थियों को भी बूस्टर डोज लगाने का सुझाव दिया था। इसके फलस्वरूप 3 जनवरी 2022 से 15 से 18 वर्ष तक आयु के व 10 जनवरी से हेल्थ केयर वर्कर्स फ्रन्टलाईन वर्कर्स एवं 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लाभार्थियों को प्रिकॉशन डोज लगाना शुरू किया गया।

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