जयपुर। विश्व विख्यात राजस्थान का मरु महोत्सव रविवार को उल्लास से शुरू हुआ। चार दिवसीय महोत्सव का आगाज परमाणु नगरी के रूप में मशहूर जैसलमेर के पोकरण शहर से हुआ, यहां भव्य शोभायात्रा, लोक लहरियों की गूंज, विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं और उत्सवी रंग-रसों ने खासा समा बाँधते हुए मरु संस्कृति की विलक्षणताओं और परंपराओं से रूबरू कराया।
पोकरण में मरु महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर समूचे शहर में उत्साह रहा। रास्ते भर व्यवसायियों, विभिन्न समाजों एवं संस्थाओं, परिवारों और शहरवासियों ने रंगोली-माण्डणे बनाकर तथा पुष्प वृष्टि कर शोभायात्रा का स्वागत किया और अपनी खुशी का इजहार किया।
शोभायात्रा में बैण्ड की सुमधुर धुनों और लोकवाद्यों की स्वर लहरियों पर कलाकारों के कई समूहों ने आकर्षक लोक नृत्य प्रस्तुत कर मरु भूमि और राजस्थान की लोक लहरियों का परिचय दिया। शोभायात्रा में सजे-धजे ऊँटों पर सवार बीएसएफ के जांबाजों, बीएसएफ महिला टुकड़ी, बालिकाओं एवं महिलाओं की मंगल कलश यात्रा और विभिन्न झांकियां आकर्षण का केन्द्र रहीं। रास्ते भर नाच-गान करते हुए कलाकारों के समूहों ने कालबेलिया, अश्व, कच्छी घोड़ी, गैर आदि लोक नृत्यों की धूम मचा दी। शोभायात्रा शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पहुंचकर समारोह में परिवर्तित हो गई।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा मन
पोकरण में प्रारंभ हुए मरु महोत्सव के पहले दिन मुख्य समारोह में कलाकारों की प्रस्तुतियों ने उपस्थित जनसमूह का मन मोह लिया। कालबेलिया नृत्य की प्रस्तुति प्रिया भाटी, पूजा दाधीच, गायत्री बडगूजर, मोनिका सोलंकी, सीमांक्षी खींची, सुनिता भाटिया एवं उर्मिला ने दी। बालक बालिकाओं द्वारा दी गई लेजियम प्रस्तुति को भी सराहा गया। साथ ही रेवन्ताराम पोकरण एवं उनकी टीम द्वारा भवाई नृत्य की प्रस्तुतियों को भी दर्शकों ने सराहा।
भरत बने मिस्टर पोकरण एवं निकिता मिस पोकरण
मरु महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम में मिस्टर एवं मिस पोकरण प्रतियोगिता हुई। इसमें निकिता राठौड़ ने मिस पोकरण एवं भरत बोहरा ने मिस्टर पोकरण का खिताब जीता। इन प्रतिभागियों में कन्या कॉलेज पोकरण की खुशी गौड ने भी दिव्यांग होते हुए भी प्रतियोगिता में भाग लिया।
प्रतियोगिताओं में दिखा उत्साह
मुख्य कार्यक्रम की सभी प्रतियोगिताएं आकर्षक का केन्द्र रही, साफा बांधो प्रतियोगिता में दुर्जनसिंह भाटी विजेता रहे। रस्सा कस्सी में टीम कपिल विजेता रही। मल्लश्री का खिताब विक्रम जोशी ने अपने नाम किया तथा मटका दौड में श्रीमती रूकड़ी ने जीत हासिल की। इसके साथ ही मेहंदी प्रतियोगिता में तनीषा खत्री, मांडना में जसोदा एवं रंगोली प्रतियोगिता में खुशबू विजेता रही। कार्यक्रम का समापन पद्मश्री अनवर खां एवं लंगा पार्टी के कलाकारों की सामूहिक प्रस्तुतियों के साथ हुआ। विजेताओं को पुरस्कृत किया।
प्रदर्शनी ने आकर्षण जमाया
मुख्य समारोह परिसर में प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसमें बीएसएफ द्वारा देश की प्रथम पंक्ति पर सुरक्षा में लगे सैनिकों को मुहैया करवाए जाने वाले हथियारों की प्रदर्शनी लगाई गई। यहां 7.66 एमएम गन, असाल्ट रायफल, एक्स-95, इन्सास, एलएमजी, 84 एमएम जीआरएल, बैरिस्टा, सहित अन्य हथियारों का प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही पोकरण विकास संस्थान, उरमूल, ऊँटनी के दूध, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, हस्तशिल्प आदि से संबंधित प्रदर्शनियां लगीं।