वर्तमान में बन्द 4 में से 2 इकाईयों से भी 31 दिसम्बर तक विद्युत उत्पादन आरम्भ हो जाएगा
जयपुर। राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम के तकनीकी फाल्ट के कारण बन्द इकाइयों में से 660 मेगावाट क्षमता की सूरतगढ़ सुपर क्रिटिकल की इकाई संख्या 8 से 27 दिसम्बर को पूर्वान्ह 4.14 बजे से तथा 250 मेगावाट क्षमता की सूरतगढ़ थर्मल की इकाई संख्या 4 से 26 दिसम्बर को अपरान्ह 2.57 बजे से विद्युत उत्पादन प्रारम्भ हो गया है।
राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक आर. के. शर्मा ने बताया कि श्रीगंगानगर जिले में स्थित सूरतगढ़ सुपर क्रिटिकल थर्मल विद्युत गृह की 660 मेगावाट क्षमता की इकाई संख्या 8 बॉयलर ट्यूब लीकेज के कारण दिनांक 21 दिसम्बर को 11 बजे से बन्द हो गई थी। तत्पश्चात् इकाई के बॉयलर को लाइटअप कर सभी पैरामीटर सही पाये जाने पर 27 दिसम्बर को पूर्वान्ह 4.14 बजे सिंक्रोनाइज कर बिजली उत्पादन शुरू कर दिया गया है।
उन्होने बताया कि सूरतगढ़ थर्मल की 250 मेगावाट क्षमता की इकाई संख्या 4 तकनीकी फाल्ट के कारण दिनांक 22 दिसम्बर को सायं 8 बजे सेे बन्द हो गई थी जिसे दुरूस्त कर 26 दिसम्बर को अपरान्ह 2.57 बजे से विद्युत उत्पादन शुरू कर दिया गया है।
शर्मा ने बताया कि राज्य की विद्युत मांग को पूर्ण करने के लिए राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम प्रशासन की निरन्तर मॉनिटरिंग, सक्षम मार्गदर्शन एवं विद्युतगृहों के कर्मचारियों के अथक प्रयासों से तकनीकी फाल्ट के कारण बन्द उपरोक्त दोनों इकाईयों से विद्युत उत्पादन प्रारम्भ कर दिया गया है।
उन्होने बताया कि वर्तमान में कोल आधारित कुल 23 इकाईयों में से तकनीकी कारणों से बन्द 4 इकाईयों में से 31 दिसम्बर तक सूरतगढ़ थर्मल की 660 मेगावाट क्षमता की इकाई संख्या 7 एवं 250 मेगावाट क्षमता की सूरतगढ़ थर्मल की इकाई संख्या 3 से विद्युत उत्पादन प्रारम्भ कर दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त 195 मेगावाट क्षमता की कोटा थर्मल इकाई से भी विद्युत उत्पादन 10 जनवरी 2023 तक प्रारम्भ कर दिया जाएगा।