जयपुर। प्रदेश के किसानों को रबी के लिए ब्याज मुक्त फसली ऋण वितरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मार्च के अंत तक प्रदेश में 6 हजार करोड़ रुपए का ब्याजमुक्त फसली ऋण वितरण का लक्ष्य रखा गया है।
सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने बताया कि वर्ष 2020-21 में राज्य के किसानों को 16 हजार करोड़ रुपए के अल्पकालीन फसली ऋण वितरण का लक्ष्य रखा गया है, जिससे 25 लाख से अधिक किसान लाभान्वित होंगे। रबी सीजन के लिए जिलेवार ऋण राशि वितरण के लक्ष्य तय कर दिए गए हैं।
रबी सीजन में केंद्रीय सहकारी बैंक जयपुर सर्वाधिक 430 करोड़ रुपए का ऋण वितरण करेगा। आंजना ने बताया कि भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, सीकर और श्रीगंगानगर के केंद्रीय सहकारी बैंक 300-300 करोड़ रुपए के ऋण वितरित करेंगे। जोधपुर में 290 करोड़ रुपए, हनुमानगढ़ में 260 करोड़ रुपए, झुंझुनूं, जालौर और बाड़मेर जिलों में 250-250 करोड़ रुपए, झालावाड़ और नागौर में 240-240 करोड़ रुपए के ऋण वितरित किए जाएंगे।
इसी प्रकार केंद्रीय सहकारी बैंक कोटा और अलवर द्वारा 220-220 करोड़ रुपए, पाली और बीकानेर जिलों में 200-200 करोड़ रुपए, उदयपुर, सवाईमाधोपुर, अजमेर जिलों में 190-190 करोड़ रुपए, भरतपुर में 170 करोड़ रुपए, बूंदी और चूरू जिलों में 150-150 करोड़ रुपए, दौसा में 140 करोड़ रुपए, बारां में 120 करोड़ रुपए, टोंक में 110 करोड़ रुपए, बांसवाड़ा और जैसलमेर में 100-100 करोड़ रुपए, सिरोही में 90 करोड़ रुपए, डूंगरपुर में 50 करोड़ रुपए के फसली ऋण वितरण के लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं।