देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ अमृत महोत्सव के तौर पर मना रहा है जिसके तहत देश में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहें हैं। इस महोत्सव को यादगार (memorable)बनाने के लिए उद्योग एवं वाणिज्य विभाग भी एक साथ 75 औद्योगिक क्षेत्रों (75 industrial areas) का शिलान्यास करेगा। उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने मंगलवार को जवाहर कला केंद्र में आयोजित वाणिज्य उत्सव को संबोधित करते हुए यह बात कही। मीणा ने कहा कि राजस्थान (Rajasthan) सरकार उपखंड स्तर पर औद्योगिक गतिविधियों को ले जाने के लिए कार्य कर रही है ताकि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर सृजित हो सकें।
मीणा ने कहा कि विभाग द्वारा राज्य से निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मिशन निर्यातक बनो प्रारंभ किया गया है। जिसके तहत लोगों को निर्यात से जुड़ी गतिविधियों के बारे में जागरुक किया जा रहा है। निर्यात लाइसेंस जारी कराने में भी मदद की जा रही है ताकि निर्यात के क्षेत्र में अधिक से अधिक लोग आत्मनिर्भर बन सकें। सरकार का पूरा फोकस है कि प्रदेश में उद्योग का वातावरण बनें, अधिक से अधिक उद्योगों की स्थापना हो, निर्यात बढ़े और युवाओं को रोजगार मिले। इस दौरान उद्योग मंत्री ने ईपीसीएच की ओर से लगाई गई हैंडीक्राफ्ट उत्पादों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
श्रेष्ठ उत्पादों से बनेगी श्रेष्ठ भारत की तस्वीर
मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कि निर्यात के द्वारा केवल वाणिज्य से जुड़ी गतिविधि ही नहीं बल्कि इन उत्पादों से देश की छवि भी जुड़ी होती है। आज प्रोडक्ट के ऊपर प्रोड्यूसर्स का नाम हावी हो गया है। उत्पाद खरीदने से पहले यह देखा जाता है कि इसका उत्पादक कौन है। इसलिए लगातार उच्च गुणवत्ता के उत्पादों के निर्यात से श्रेष्ठ भारत की तस्वीर बनेगी। हमें भारत की ऐसी छवि का निर्माण करना है ताकि लोग आंख बंद कर मेड इन इंडिया उत्पादों पर भरोसा करें।
आर्य ने कहा कि राजस्थान में बहुतयात में फैली संपदा और निर्यात की संभावनाओं को सरकार की मदद से नई ऊंचाइयां दिए जाने के प्रयास किए जा रहें हैं। इस कड़ी में मिशन निर्यातक बनो एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे निर्यात करने में आने वाली उलझनों को समाप्त कर प्रक्रिया को इतना आसान बना दिया है कि एक सामान्य कारीगर भी अपने उत्पादों को विदेश भेज सकता है।