जयपुर। राजस्थान के पहनावे में पगड़ी सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है। समय के साथ-साथ लोग आधुनिक होते गए और अपनी परंपराओं को भूलते गए, जिसमें उनका पहनावा भी है। अब एक बार फिर से पारंपरिक पहनावे के दिन फिरने वाले हैं।
राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक अनूठी पहल के तहत राजस्थान के पर्यटन मंत्री विश्वेंन्द्र सिंह भरतपुर ने सोशल मीडिया पर एक ट्विटर हैशटैग – साफा विथ ट्विटर ट्रेंड शुरू किया। उन्होंने अन्य लोगों को अपने अपने साफा अनुभव को साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया। देशभर में लोगों ने इस ट्रेंड को फॉलो करना शुरू कर दिया है।
कैंपेन पर पर्यटन मंत्री ने कहा कि इतिहास में साफा परम्परा (टरबन) ने राजस्थान की प्राचीन विरासत और सम्मान को संरक्षित करने में अहम भूमिका निभाई है। वर्तमान में भी, इस परंपरा को ड्रेस कोड में बनाए रखा गया।
कैंपेन ना केवल राजस्थान में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अनूठी पहल है, बल्कि आने वाले समय के लिए राज्य की विरासत को संरक्षित करने का भी संकल्प है। सिंह ने रंगीन साफा पहने हुए स्वयं की एक तस्वीर साझा करने के साथ इस ट्रेंड की शुरुआत की। जल्द ही इस कैंपेन को जबरदस्त रूझान मिला।
राजसमंद से भाजपा सांसद दीया कुमारी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया, भाजपा नेता अभिमन्यु सिंह राजवी ने भी इस ट्रेंड का समर्थन किया। ट्रेंड को फॉलो करते हुए, राजस्थान के उपमुख्यमंत्री, सचिन पायलट, परिवहन एवं सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अशोक चांदना, खनन एवं गौपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया, उच्च शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भंवर सिंह भाटी सहित अन्य लोगों ने भी साफा पहने हुए अपनी तस्वीरें साझा की।
राजनेताओं के अलावा, राजस्थानी लोक गायक रजनीगंधा शेखावत, भारतीय फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री, लेखक अनुराधा गोयल के साथ-साथ कई सिविल सर्वेंट्स, ब्लॉगर, पत्रकार, एंकर और आम जनता भी इस कैंपेन में शामिल हो गए हैं।