जयपुर। ईस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना पर हाल ही में हुई राजनीतिक बयानबाजी के बाद अब कांग्रेस ने इस मुद्दे पर भाजपा को घेरने की तैयारी की है। इसके तहत बुधवार को इस परियोजना से लाभान्वित होने वाले 13 जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस की ओर से प्रदर्शन किया जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिलाने के लिए लंबे समय से जुटे हैं और कई बार वह प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों के सामने इस मुद्दे को उठा चुके हैं।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के निर्देशानुसार पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाने की मांग को लेकर तथा केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा राजस्थान के हितों की अनदेखी करने के विरोध में इस परियोजना से लाभान्वित होने वाले 13 जिलों में 13 अप्रेल को सुबह 11 बजे कांग्रेस पार्टी द्वारा जिला मुख्यालयों पर धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। राजस्थान की जनता के साथ विश्वासघात करने पर केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से इस्तीफा मांगा जाएगा।
डोटासरा के अनुसार पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना जिसके तहत् चम्बल एवं सहायक नदियों के अतिरिक्त पानी को नहर द्वारा राजस्थान के 13 जिलों के निवासियों की प्यास बुझाने तथा दो लाख हैक्टयर से अधिक भूमि की सिंचाई हेतु जल उपलब्ध करवाया जाना है। इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने का वादा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान की जनता से किया था, किन्तु केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत द्वारा ऐसे किसी वादे से इनकार कर दिया। जबकि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा मिलना राजस्थानवासियों का अधिकार है। केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा राजस्थान प्रदेश के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है तथा प्रदेश की 8 करोड़ जनता के साथ किये गये वादे की अनदेखी कर विश्वासघात किया जा रहा है।