जयपुर। राजस्थान में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी वन्य जीव सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। राज्य में 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक मनाए जाने वाले इस सप्ताह के दौरान विद्यार्थियों को वन्य जीव संरक्षण के महत्व को समझाने के लिए विभिन्न कार्यशाला व सेमिनार आयोजित किए जाएंगे। इसका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण, वन्यजीव संरक्षण एवं वन्यजीवों की उपयोगिता को बढ़ावा देना है।
वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (हॉफ) डॉ. डी.एन पांडेय ने बताया कि वन्य जीव सप्ताह के दौरान प्रदेश के विभिन संरक्षित क्षेत्र, चिड़ियाघर, बायोलॉजिकल, जूलॉजिकल पार्क, वेटलैंड व अन्य स्थानों पर विद्यार्थियों को भ्रमण कराकर स्थानीय पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी संतुलन में वन्य जीव एवं पेड़ पौधों के महत्व को जानने एवं उनके प्रति रूचि को बढ़ावा देकर उन्हें वनानुभव कवाया जाएगा। साथ ही लघु नाटकों का मंचन, वन्यजीव स्वच्छता अभियान, विद्यार्थी प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, स्पॉट पेंटिंग सहित अन्य गतिविधियों का आयोजन वन्य जीव सप्ताह के दौरान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि शैक्षणिक संस्थाओं के विद्यार्थियों के लिए इस दौरान चिड़ियाघर एवं बायोलॉजिकल पार्क में निःशुल्क प्रवेश की अनुमति दी गई है। इसके तहत प्रदेश के विद्यालयों के दस हजार छात्र-छात्राओं को निःशुल्क भ्रमण कराया जाएगा। जिसमें प्रदेश के माचिया, सज्जनगढ़, नाहरगढ़ एवं अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क के साथ-साथ केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, रणथंभौर, सरिस्का, झालाना व आमागढ, मुकंदरा हिल्स, रामगढ़ विषधारी, तालछापर व अन्य राष्ट्रीय टाइगर रिजर्व शामिल है।
इसके लिए विद्यार्थियों की संख्या भी निर्धारित की गई है। जिसमें कक्षा एक से 8 तक के 70 प्रतिशत विद्यार्थी आवेदन स्कूल प्राचार्य के माध्यम से और 30 प्रतिशत कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों द्वारा स्वयं आवेदन किए जाएंगे। भ्रमण संबंधित सभी जानकारी वन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट forest-rajasthan-gov-in से प्राप्त की जा सकती हैं, साथ ही निःशुल्क रजिस्ट्रेशन के लिए वेबसाइट https://sso.rajasthan.gov.in लॉगिन कर फ्रि सफारी कर सकते है।