जयपुर। मुख्यालय के निर्देश पर एसीबी की इंटेलिजेंस इकाई ने विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए उप निदेशक कृषि, डूंगरपुर अजय सिंह शेखावत के डूंगरपुर कार्यालय, जयपुर, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़ के 4 ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया गया।
एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि ब्यूरो मुख्यालय की ओर से उप निदेशक कृषि अजय सिंह के खिलाफ शिकायत का सत्यापन कराया गया। आय से अधिक परिसंपत्तियां अर्जित करने का मामला पाए जाने पर प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान अधिकारी आहद खान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, जयपुर ग्रामीण के नेतृत्व में ब्यूरो की जयपुर, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर व इंटेलिजेंस इकाई के सहयोग से विभिन्न टीमों का गठने कर बुधवार सुबह उसके 4 ठिकानों पर तलाशी की कार्रवाई की गई।
ब्यूरो की प्रथम सूचना रिपोर्ट के प्राथमिक आकलन व अब तक मिले दस्तावेजों के आधार पर अजय सिंह और उसकी पत्नि किशन कंवर द्वारा अनेक परिसंपत्तियां अर्जित करने का अनुमान है, जो उनकी वैध्य आय से अधिक है। आरोपी द्वारा अपनी अवैध आय को जयपुर, चित्तोड़गढ़ में आवासीय, व्यावसायिक भूखंडों, फ्लैटों, म्यूचुअल फंड व इंश्योरेंस आदि में निवेश करने का पता चला है।
एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन के निर्देशन में एसीबी विभिन्न टीमों द्वारा आरोपी के ठिकानों पर तलाशी अभियान जारी है, जिनमें अन्य परिसंपत्तियों का पता चलने का अनुमान है। आरोपी के खिलाफ आय से अधिक परिसंपत्ति अर्जित करने का प्रकरण पीसी एक्ट दर्ज करके अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है।
बारां में सरपंच एवं दलाल गिरफतार
एसीबी की कोटा इकाई की ओर से बारां जिले की पंचायत समिति बारां की ग्राम पंचायत करनाहेडा की सरपंच निर्मला मेघवाल और दलाल के रूप में सरपंच पति व सरकारी अध्यापक रामप्रसाद मेघवाल को परिवादी से 8 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफतार किया है। परिवादी की ओर से शिकायत दी गई थी कि उसने ग्राम पंचायत करनाहेडा की दुकान और गोदाम किराए पर ले रखा है। इस गोदाम को खाली नहीं कराने और किराए के अतिरिक्त दो हजार रुपए लेने के लिए सरपंच निर्मला मेघवाल और उसके पति रामप्रसाद मेघवाल द्वारा 10 हजार रुपए की रिश्वत मांग कर परेशान किया जा रहा था।