जयपुर-अजमेर नेशनल हाईवे पर पिछले 6 महीने से लोगों को परेशानी का सामने करना पड़ रहा है। लोगों की परेशानी को देखते हुए जयपुर ग्रामीण में तैनात एडिशनल एसपी दिनेश कुमार शर्मा ने एनएचएआई को पत्र लिखा है। इसमें लिखा- अगर एनएचएआई लोगों को सुविधा नहीं दे सकता तो तत्काल प्रभाव से टोल वसूलना बंद कर देना चाहिए।
एडिशनल एसपी जयपुर ग्रामीण दिनेश कुमार शर्मा ने बताया- एनएचएआई पिछले 6 माह से जयपुर अजमेर हाईवे पर 6 फ्लाई ओवर बना रहा है। इसके चलते करीब 15 किलोमीटर में वाहन रेंग-रेंगकर चल रहे हैं। पत्र में शर्मा ने लिखा- जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग हैवी ट्रैफिक कॉरिडोर माना जाता है। इसमें प्रतिदिन लगभग 1 लाख वाहन निकलते हैं। इस हाईवे से निकलने वाले वाहनों से ठीकरिया व किशनगढ़ में टोल वसूल किया जाता है। टोल वसूल करने वाली कम्पनी की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह जिन वाहनों से टोल वसूल कर रही है। उन्हें आसान व सुरक्षित मार्ग दें। साथ ही, टोल मार्ग पर आपातकालीन एवं सार्वजनिक शौचालय की सुविधा दें, जो नहीं हैं।
अनदेखी के कारण परेशानी में जनता
पत्र में लिखा- पिछले करीब 6 माह से देखने में आया है कि एनएचएआई के अधिकारियों की अनदेखी के कारण इस हाईवे पर आमजन की परेशानी बढती जा रही है। इस कारण टोल मार्ग से गुजरने वाले वाहन चालक व अन्य यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई बार तो वाहनों के सामने अचानक आवारा पशु के आ जाने से दुर्घटना होती है। वर्तमान में जयपुर से किशनगढ़ के बीच 6 जगहों पर फ्लाई ओवर का निर्माण कार्य चल रहा है।
60-70 पर चलने वाली गाड़ियां 6 से 7 किलोमीटर पर आई
15 किलोमीटर के इस मार्ग पर 24 घंटे पुलिस का जाप्ता जाम की परेशानी और वीआईपी मूवमेंट को देखते हुए लगा है। इससे जयपुर ग्रामीण पुलिस का काम भी प्रभावित हो रहा है। इन हाईवे पर ट्रक जहां 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चला करते थे। वह ट्रक अब महज 6 से 7 किलोमीटर की रफ्तार से चल रहे हैं। ऐसे में आम व्यक्ति, एम्बुलेंस,वीआईपी हर किसी को परेशानी होती हैं।
फ्लाई ओवर से पहले ये काम करने चाहिए थे
नियमों के अनुसार फ्लाई ओवर का काम शुरू करने से पहले दोनों तरफ वाहनों के निकलने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाना चाहिए था। सम्बन्धित अधिकारियों की लापरवाही के कारण इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। एनएचएआई ने मुख्य सड़क मार्ग से वाहनों का आवागमन बन्द कर फ्लाई ओवर का काम शुरू कर दिया। इस लापरवाही के साथ हर दिन मौखमपुरा, सावरदा, पडासौली में वाहनों के जाम के कारण कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी हैं