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कैबिनेट से बर्खास्त विधायक राजेंद्र गुढ़ा और विधायक मदन दिलावर, विधानसभा की शेष अवधि के लिए निलंबित.. गुढ़ा बोले कि चुनाव तो बीजेपी के खिलाफ ही लडूंगा

राजस्थान में अशोक गहलोत की कैबिनेट से बर्खास्त किए गए मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा और विधायक मदन दिलावर को विधानसभा की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया है। संसदीय कार्य मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने सदन में उक्त दोनों सदस्यों को अमर्यादित आचरण, आसन की अवहेलना तथा अनुशासनहीनता के कारण निलम्बित करने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया, जिसे सदन द्वारा ध्वनिमत से पारित किया गया।
मंत्री पद से बर्खास्तगी के बाद राजेंद्र गुढ़ा ने तो बड़ा बयान दिया है। गुढ़ा ने कहा कि मैं बीजेपी के खिलाफ ही चुनाव लड़ता था और बीजेपी के खिलाफ ही लड़ूंगा। गहलोत कैबिनेट से बर्खास्त होने के बाद पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने झुंझुनूं में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि मेरा चुनाव भाजपा के खिलाफ होता है। यहां कांग्रेस तो 4 बार से है ही नहीं। मैं आगे ही चुनाव भाजपा के खिलाफ ही लडूंगा। अब वो (कांग्रेस) हम पर ये आरोप लगा रहे हैं कि हम भाजपा से मिले हुए हैं।
राजस्थान महिला अत्याचार में नंबर वन
गुढ़ा ने कहा कि राजस्थान महिला अत्याचार में पहले स्थान पर है। मैंने तो सिर्फ इतना कहा कि मणिपुर की बात करना ठीक है मगर अपने गिरेबान में झांककर देखो कि हमारे यहां क्या हो रहा है। गुढ़ा ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे व्यक्तिगत वोट मिलते हैं, मैं किसी पार्टी से जीतकर नहीं आता। कांग्रेस में 50 फीसदी लोग अनुकंपा नियुक्ति के हैं।
जब तक सांस चलेगी, तब तक बोलूंगा
राजस्थान में मंत्री पद से बर्खास्त होने के बाद कांग्रेस विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने एक बार फिर अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा और कहा कि मैं विधानसभा में सीएम गहलोत से वन टू वन जवाब मांगूंगा। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री हाउस में आते नहीं हैं और ना ही जवाब देते हैं। गुढ़ा ने कहा कि जब तक सांस चलेगी, तब तक बोलूंगा, चाहे मुझे जेल में ही क्यों ना डाल दें।
पैर में पट्टी बांधकर बैठे गृहमंत्री
गुढ़ा ने आगे कहा, ‘मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने पैरों में पट्टी बांधकर बैठे हुए हैं। राज्य में गृह विभाग यदि काबिल व्यक्ति के पास होता तो उसमें काम होता। बहन-बेटियों के अत्याचार में राजस्थान आज देश में नंबर वन है और ये राजेंद्र गुढ़ा नहीं, बल्कि अपराध के आंकड़े बोल रहे हैं। यहां तो पुलिस मंथली ले रही है, सरेआम दारू बिक रही हैं और सारी शराब अवैध हैं। पुलिस शराब के रूट एस्कॉर्ट करती है और चालान काटने के पैसे, एफआईआर करने के पैसे… हर जगह पैसे ले रहे हैं। इन सबको कीड़े पड़ेंगे।’

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