जयपुर-मुंबई ट्रेन में फायरिंग करने वाले आरोपी कांस्टेबल चेतन कुमार का कहना है कि उसके ड्यूटी प्रभारी सहायक उप-निरीक्षक टीका राम मीणी मानसिक उत्पीड़न कर रहे थे। सोमवार को हुई इस फायरिंग में टीका राम और 3 अन्य यात्रियों की गोली लगने से मौत हो गई। यह घटना जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस के बी 5 कोच के अंदर दहिसर और मीरा रोड स्टेशनों के बीच हुई।
जयपुर-मुंबई ट्रेन में सोमवार को हुई फायरिंग की घटना में एक पुलिस अधिकारी समेत 3 यात्रियों की मौत हो गई। रेलवे सुरक्षा बल के एक कांस्टेबल चेतन कुमार ने घटना को अंजाम दिया है और उसका कहना है कि वह एएसआई टीका राम मीणा द्वारा किए जा रहे मानसिक उत्पीड़न से परेशान था। पश्चिम रेलवे ने एक बयान में यह जानकारी दी है। उनका कहना है कि फायरिंग की यह घटना ट्रेन नंबर 12956 जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस के बी5 कोच के अंदर दहिसर और मीरा रोड स्टेशनों के बीच हुई। कांस्टेबल ने अपने ड्यूटी प्रभारी साथी सहायक उप-निरीक्षक टीका राम मीना और तीन अन्य यात्रियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके पहले आरोपी कांस्टेबल ने अपने सहयोगी को गोली मारने के बाद यात्रियों को बंदूक की नोक पर रखा था।
पश्चिमी रेलवे ने एक बयान में कहा कि एस्कॉर्ट स्टाफ कांस्टेबल चेतन कुमार ने अपने सहयोगी एस्कॉर्ट प्रभारी एएसआई टीका राम को गोली मारने के बाद दहिसर के पास अलार्म चेन खींचकर भागने की कोशिश करते हुए पकड़े गए। आरपीएफ ने उसे हथियार समेत गिरफ्तार कर लिया।
12 राउंड फायर किया
आरपीएफ कांस्टेबल की पहचान चेतन कुमार के रूप में हुई, जिसने अपने साथी प्रभारी टीकाराम मीणा और तीन अन्य यात्रियों की गोली मारकर हत्या करने के लिए एक राइफल का इस्तेमाल किया, जो एके 47 का संशोधित संस्करण है। मुंबई सेंट्रल आरपीएफ में तैनात आरोपी चेतन ने करीब 12 राउंड फायरिंग की।
तीन जगह जाकर गोलीबारी
आरपीएफ सूत्रों के मुताबिक, एक्सप्रेस ट्रेनों में एस्कॉर्ट के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी और तीन से चार पुलिसकर्मी हमेशा तैनात रहते हैं। आरोपी चेतन ने ट्रेन में 3 जगहों पर गोलीबारी की- बी5 जहां 2 पीड़ितों की गोली मारकर हत्या कर दी गई, वहीं पैंट्री जहां एक व्यक्ति की मौत हो गई और एस6 जहां एक व्यक्ति की मौत हो गई।
सूरत से चढ़ा था चेतन कुमार
आरोपी चेतन सोमवार सुबह 2ः50 बजे सूरत रेलवे स्टेशन से जयपुर मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस में चढ़ा था। जयपुर मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस में चेतन के साथ दो अन्य कांस्टेबल और एएसआई टीकाराम भी तैनात थे। सूत्रों के मुताबिक, पालघर रेलवे स्टेशन से ट्रेन गुजरते ही चेतन ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद वह भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन स्टेशन पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
यूपी के हाथरस का निवासी
ट्रेन को बोरीवली रेलवे स्टेशन ले जाया गया, जहां शवों को पोस्टमार्टम के लिए नजदीकी शताब्दी अस्पताल भेजा गया। प्रारंभिक जांच के अनुसार, आरोपी चेतन ने मानसिक उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी और वह परेशान था। पश्चिमी रेलवे पुलिस आयुक्त ने कहा, ‘वह ठीक महसूस नहीं कर रहा था और अपना धैर्य खो बैठा था… कोई बहस नहीं हुई।’ आरोपी चेतन उत्तर प्रदेश के हाथरस का रहने वाला है। पहले उसकी पोस्टिंग गुजरात में थी।