राजस्थान के ग्रामीण विकास विभाग की ओर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका) के एक दिवसीय ‘‘सखी सम्मेलन’’ का आयोजन कुछ ही देर में किया जाने वाला है। आज पूर्वान्ह 11 बजे से सीतापुरा जयपुर स्थित जेईसीसी सभागार में यह आयोजन किया जाएगा। इसमें प्रदेश के विभिन्न जिलों से राजीविका स्वयं सहायता समूहों की करीब 20 हजार महिलाएं हिस्सा लेंगी।
पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री रमेश चन्द मीना ने गुरुवार को सहकार मार्ग स्थित एक होटल में मीडिया को सम्बोधित करते हुए राजीविका एवं ‘‘सखी सम्मेलन’’ आयोजन के सम्बन्ध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राजीविका का गठन प्रदेश में महिलाओ को आर्थिक-सामाजिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने एवं उनके सशक्तिकरण के लिए वर्ष 2010 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा किया गया था। उन्होंने बताया कि राजीविका के अन्तर्गत तब से अब तक 3 लाख 60 हजार समूहोें में 43 लाख 51 हजार परिवारों की महिलाओं को जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य किया गया है। प्रदेश में अन्य ढाई लाख परिवारों को राजीविका से जोड़ने का लक्ष्य भी इसी वित्तीय वर्ष में प्राप्त कर लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि राजीविका से जुड़ने के बाद ग्रामीण महिलाओं के जीवन स्तर में सकारात्मक सुधार आया है। एमएनआईटी द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार 1 लाख रुपए का ऋण लेकर आजीविका संवर्धन करने वाली 20 प्रतिशत राजीविका महिलाओं के परिवार गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं। इससे उन्हें भौतिक सुख सुविधा, पक्के घर, बच्चों को अच्छी शिक्षा, संसाधन वाहन खरीदने का अवसर मिला है। उनके आत्मविश्वास और सामाजिक स्थिति में भी सकारात्मक बदलाव आया है। सखी सम्मेलन के जरिए ये महिलाएं एक दूसरे के अनुभवों से सीखेंगी और उनके सशक्तीकरण के प्रयासों को और गति मिलेगी।
विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अभय कुमार, ग्रामीण विकास विभाग की शासन सचिव मंजू राजपाल एवं पंचायती राज विभाग के शासन सचिव रवि जैन ने भी इस अवसर पर विभिन्न विभागीय योजनाओं के सम्बन्ध में पूछे गए पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए।
सभागार में प्रदेशभर से विभिन्न स्वयं सहायता समूहों की करीब 20 हजार महिला सदस्य शामिल होंगी जबकि इससे अधिक महिलाएं ऑनलाइन जुड़ेंगी। इस अवसर पर राजीविका की अब तक की उपलब्धियों एवं भविष्य की योजनाओं पर एक लघु फिल्म भी दिखाई जाएगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री एसएचजी महिलाओं को राजीविका की विभिन्न योजनाओं में चैकों का वितरण करेंगे और साथ ही इन महिलाओं के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी उनके द्वारा की जाएंगी। मुख्यमंत्री उत्कृष्ट कार्यों के लिए राजीविका के विभिन्न कैडर की महिलाओं को पुरस्कृत भी करेंगे । मुख्यमंत्री विभिन्न जिलों से आई राजीविका स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से सीधा संवाद भी करेंगे।