दिल्ली से कामाख्या जाने वाली 12506 नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस 12 अक्टूबर 2023 को हासदे का शिकार हो गई। इस ट्रेन के 6 डिब्बे बिहार के बक्सर जिले में बुधवार की रात पटरी से उतर गए। इस हादसे में कम से कम 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 70 लोग घायल हुए हैं। यह दर्दनाक हादसा बिहार के बक्सर जिले के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास हुआ। यह जगह बक्सर से 40 किलोमीटर और पटना से करीब 160 किलोमीटर दूर है।रेलवे ने इस हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए थे , शुरुआती जांच रिपोर्ट से जानकारीके अनुसार पटरियों में नॉर्थ-ईस्ट एक्सप्रेस के डिरेल होने की वजह पटरी में खराबी हो सकती है।
सरकार व रेलवे ने किया मदद का ऐलान
पूर्व मध्य रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशंस ऑफिसर (PRO) बीरेन्द्र कुमार ने बताया कि हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की मदद देने का फैसला किया गया है। बिहार सरकार ने भी अपनी तरफ से मृतकों के परिजनों के लिए चार – चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हादसे में जान गवांने वाले चार लोगों में एक बिहार के जबकि बाकी दूसरे राज्यों के थे। असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है, “हम लगातारअधिकारियों के संपर्क में हैं. मृतकों के शव लाने के प्रयास जारी हैं.”
गंभीर रूप से घायल लोग पटना ले जाए गए
रेलवे अधिकारियों के हवाले से समाचार एजेंसियों के अनुसार हादसे में एसी थ्री टियर के कम से कम दो डिब्बे पलट गए, जबकि चार अन्य डिब्बे पटरी से उतर गए। दुर्घटना बुधवार की रात 9 बजकर 53 मिनट पर हुई। बक्सर के पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा’ को बताया कि दुर्घटना में चार यात्रियों की मौत हो गई है और कम से कम 70 रेल यात्रियों के घायल हो जाने की खबर है। ज्यादातर घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जबकि गंभीर रूप से घायल लोगों को पटना के एम्स ले जाया गया है। हादसे वाली जगह पर दुर्घटना का शिकार हुए डिब्बों को हटाने और रेलवे ट्रैक को दुरुस्त करने का काम जारी है।
दिल्ली से कितने बजे रवाना हुई थी ट्रेन?
23 कोच वाली 12506 नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस बुधवार को सुबह सात बजकर 40 मिनट पर दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल से रवाना हुई थी और इसे करीब 33 घंटे की यात्रा के बाद कामाख्या पहुंचना था। लेकिन गुवाहाटी के कामाख्या पहुंचने से पहले ही ये बक्सर जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
चश्मदीद ने सुनी तेज आवाज
एक स्थानीय निवासी हरि पाठक ने के अनुसार ट्रेन सामान्य रफ्तार से आ रही थी लेकिन तभी तेज आवाज सुनाई दी और ट्रेन से घना धुआं उठने लगा। इसके बाद हम देखने के लिए भागे कि हुआ क्या है. हमने देखा कि ट्रेन पटरी से उतर गई है और एसी कोच को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ हम ट्रेन के पटरी से उतरने के कारणों का पता करेंगे.’’ उन्होंने घटना में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना भी जाहिर की है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि बचाव अभियान पूरा हो गया है और सभी डिब्बों की जांच कर ली गई है।