रविवार सुबह केरल एक के बाद एक हुए तीन बम धमाके से दहल उठा। एर्नाकुलम शहर के एक कन्वेंशन सेंटर में ईसाइयों की प्रार्थना हो रही थी। अचानक एक धमाका हुआ। इस धमाके में अब एक एक महिला के मारे जाने के अलावा 20 लोगों के जख्मी होने की खबर है। सभी घायलों को आननफानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। धमाके के बाद से घटनास्थल पर दहशत और अफरातफरी का माहौल है। मौके पर भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एर्नाकुलम के कलामासेरी स्थित एक कन्वेंशन सेंटर में सुबह साढ़े 9 बजे के करीब ईसाई समुदाय के लोग प्रार्थना कर रहे थे, उसी दौरान 5 मिनट के अंदर एक के बाद एक तीन धमाके हुए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, धमाका प्रार्थना खत्म होने के फौरन बाद हुआ, लोग सेंटर से बाहर निकलने की तैयारी कर रहे थे। पहला धमाका हॉल के बीचों बीच हुआ। कुछ सेकेंड के बाद हॉल के दोनों तरफ धमाके हुए। बम विस्फोट के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। खून से लथपथ लोगों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केरल सीएम से की बात
केंद्र सरकार ने एर्नाकुलम बम धमाके पर नज़र रखी हुई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन से बात कर इस घटना का पूरा विवरण लिया। NIT की टीम को पहले ही एर्नाकुलम रवाना कर दिया गया है। अब NSG की NBDS टीम को भी मौके पर भेजा जा रहा है। दरअसल, जिस जगह धमाका हुआ है, वहां आसपास अच्छी-खासी ईसाई आबादी रहती है। दो दिन पहले एर्नाकुलम में हमास के समर्थन में बड़ी रैली भी हुई थी, जिसमें इजरायल के खिलाफ काफी कुछ बोला गया था।
लंच बॉक्स में रखा गया था बम
एर्नाकुलम बम धमाके से जुड़ी एक बड़ी जानकारी सामने आई है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि विस्फोटक को लंच बॉक्स में रखा गया था। मौके से वायर, बैटरी और अन्य संदिग्ध सामान मिला है। केरल के डीजीपी डॉक्टर शेख दरवेश साहब ने धमाके में IED उपकरण इस्तेमाल होने की पुष्टि की है। वहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) ने ज़मरा इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एग्जीबिशन सेंटर में हुए विस्फोट में इस्तेमाल की गई सामग्रियों को इकट्ठा करने और जांच करने के लिए अपनी एक बम निरोधक इकाई को दिल्ली से केरल भेजा है।
केन्द्रीय मंत्री मुरलीधरन की प्रतिक्रिया
केरल से आने वाले मोदी सरकार में मंत्री वी.मुरलीधरन ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है। मुझे यकीन है कि वे घटना की तह तक जाएंगे और पता लगाएंगे कि इसके कारण क्या हैं और इस घटना के पीछे किसका हाथ है। उन्होंने राज्य सरकार से घायलों को पर्याप्त चिकित्सा सहायता प्रदान करने की अपील की।
धमाके के वक़्त दिल्ली में इजरायली बमबारी के विरोध में धरने पर बैठे थे केरल सीएम
एर्नाकुलम में जिस वक्त धमाका हुआ, उस दौरान केरल सीएम पिनराय विजयन दिल्ली में धरने पर बैठे हुए थे। दरअसल, दिल्ली में वामपंथी पार्टियों द्वारा गाजा पर इजरायली बमबारी के विरोध में धरना आयोजित किया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री विजयन भी शामिल हुए हैं। उनसे जब घटना को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्हें डीजीपी से जानकारी ली है और मामले पर नजर बनाए हुए हैं।
फिलहाल वे दिल्ली से केरल रवाना नहीं हुए हैं।उन्होंने एर्नाकुलम बम धमाके को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा, हम घटना के संबंध में विवरण एकत्र कर रहे हैं। सभी शीर्ष अधिकारी एर्नाकुलम में हैं। डीजीपी घटनास्थल पर जा रहे हैं। हम इसे बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। मैंने डीजीपी से बात की है। हमें जांच के बाद और अधिक विवरण प्राप्त करने की आवश्यकता है।
अलर्ट मोड पर सभी अस्पताल
धमाके के बाद एर्नाकुलम के सभी अस्पतालों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश जारी किया गया है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने सभी घायलों का बेहतर इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है। उन्होंने डॉक्टरों समेत सभी स्वास्थ्य कर्मियों को जो छुट्टी पर गए हैं, उन्हें वापस तुरंत काम पर लौटने को कहा है। इसके अलावा बड़े अस्पतालों में शुमार कलामासेरी मेडिकल कॉलेज, एर्नाकुलम जनरल हॉस्पिटल और कोट्टायम मेडिकल कॉलेज में अतिरिक्त सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
शशि थरूर ने धमाके की निंदा की
Shocked and dismayed by the news of a bomb attack on a religious gathering in Kerala. https://t.co/orisy8neSD
I condemn it unreservedly & demand swift police action. But that’s not enough. To see my state falling prey to the mentality of killing and destruction is tragic. I urge…— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) October 29, 2023
केरल से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने एर्नाकुलम बम धमाके की निंदा की है। उन्होंने एक्स पर आग की एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, केरल में एक धार्मिक सभा पर बम हमले की खबर से स्तब्ध और निराश हूं। मैं इसकी घोर निंदा करता हूं ओर त्वरित पुलिस कार्रवाई की मांग करता हूं। लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। अपने राज्य को हत्या और विनाश की मानसिकता का शिकार होते देखना दुखद है। मैं सभी धार्मिक नेताओं से इस तरह की बर्बरता की निंदा करने और अपने अनुयायियों को यह सिखाने के लिए एकजुट होने का आग्रह करता हूं कि हिंसा से और अधिक हिंसा के अलावा कुछ हासिल नहीं होता है ।
केरल में लगातार हो रहे विरोध- प्रदर्शन
बता दें कि इजरायल – हमास जंग शुरू होने के बाद से केरल में मुस्लिम संगठनों द्वारा लगातार विशाल प्रदर्शन आयोजित किए जा रहे हैं। इन रैलियों में इजरायल पर तीखे हमले किए जाते हैं और हमास की तारीफ होती है। पिछले दिनों हुई एक रैली में हमास का एक टॉप कमांडर जिसे पश्चिमी देशों ने आतंकी घोषित कर रखा है, वह भी ऑनलाइन जुड़ा था। इतना ही नहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर द्वारा हमास की निंदा करने और उसे आतंकी संगठन बताने पर मुस्लिम संगठन के लोग नाराज हो गए और 30 अक्टूबर को फिलिस्तीन के समर्थन में एक रैली में उन्हें शामिल होने का दिया गया आमंत्रण वापस ले लिया।