दिल्लीसेना

आ रही है एनएएसएम-एमआर मिसाइल…! नौसेना की ताकत में होगा कई गुणा इजाफा

भारतीय नौसेना के लिए एक नई क्रूज मिसाइल बन रही है। इसके बनने के बाद दुश्मन जंगी जहाजों की हालत खराब हो जाएगी। यह मीडियम रेंज की नेवल एंटी-शिप मिसाइल है। जल्द ही विंड टनल मॉडल टेस्ट होने वाला है। इसका मॉडल नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरी में पहुंच चुका है। यह एक सब-सोनिक क्रूज मिसाइल होगी। भारतीय रक्षा अनुसंधान संगठन इस मिसाइल बना रहा है, जिसकी तैनाती होने के बाद भारतीय नौसेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी। साथ ही, दुश्मन के जंगी जहाज किसी भी तरह की हरकत करने से पहले थोड़ा सोचेंगे क्योंकि ये एक सब-सोनिक क्रूज मिसाइल है।
एनएएसएम-एमआर मतलब नेवल एंटी-शिप मिसाइल। एमआर का मतलब मीडियम रेंज। यानी मध्यम दूरी की मिसाइल। माना जा रहा है इस मिसाइल का वजन 750 किलोग्राम होगा। यह करीब 15 से 17 फीट लंबी होगी। इसमें बूस्टर भी शामिल होंगे। व्यास करीब 1.8 फीट होगा। इस मिसाइल पर 150 किलोग्राम वजनी वॉरहेड लगा सकते हैं।
ऑपरेशनल रेंज 150 से 350 किलोमीटर
यह रेडियो प्रॉक्सिमिटी फ्यूज पर विस्फोट करेगी। इसका रॉकेट सॉलिड प्रोपेलेंट पर चलेगा। साथ ही टर्बोफैन इसे गति प्रदान करेंगे। फिलहाल इसकी ऑपरेशनल रेंज 150 से 350 किलोमीटर मानी जा रही है। यह अधिकतम 50 मीटर से 4 किलोमीटर की ऊंचाई तक जाकर हमला कर पाएगा। इसकी अधिकतम गति 988 किलोमीटर प्रतिघंटा के आसपास होगी।
बीच रास्ते में अपनी दिशा में बदलाव
टारगेट पर हमला करते वक्त यह बीच रास्ते में अपनी दिशा में बदलाव कर सकती है। इसे इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम के आधार पर गाइड किया जाएगा। साथ ही, इसमें सैटेलाइट गाइडेंस की भी सुविधा होगी। इसे लॉन्च करने के लिए युद्धपोत, एचएएल तेजस फाइटर जेट और भविष्य में आने वाला टीईडीबीएफ फाइटर जेट उपयुक्त माना जा रहा है।
हार्पून क्लास एंटी-शिप मिसाइल
यह असल में एक हार्पून क्लास एंटी-शिप मिसाइल है। मध्यम दूरी पर दुश्मन को धूल चटाने के लिए यह मिसाइल बेहद कारगर साबित होगी। इस मिसाइल के बनने और तैनाती के बाद भारत की तटीय सुरक्षा में काफी इजाफा होगा। इतना ही नहीं भारतीय नौसेना के लिए रुद्रम मिसाइल भी बनाई गई है। जिसका इस्तेमाल हवाई हमले के तौर पर किया जा सकता है।

Related posts

इंदौर-सूरत देश के सबसे स्वच्छ शहर: राज्यों में महाराष्ट्र नंबर वन

Clearnews

नागास्त्र-1: सेना को मिला पहला स्वदेशी सुसाइड ड्रोन, जानिए इसकी खूबियां

Clearnews

साल 2024 के चुनावों में भारत सहित अन्य देशों में AI के दुरुपयोग रोकने के 20 टेक कंपनियां तैयार

Clearnews